महाकुंभ भगदड़ में बिहार के मृतकों की संख्या 10 तक पहुंची, गोपालगंज से सर्वाधिक मौत
प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में जान गंवाने वाले बिहार के मृतकों की संख्या 10 तक पहुंच गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए जुटे लोगों के बीच आधी रात भगदड़ में मरने वालों की संख्या 30 बताई थी। यूपी पुलिस के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा था कि हादसे में घायल 90 लोगों को अस्पताल लाया गया था जिनमें 30 मृतक शामिल हैं। वैभव ने कहा था कि मृतकों में 5 की पहचान नहीं हुई है जबकि जिन 25 की पहचान हुई है उसमें कर्नाटक के 4, असम और गुजरात के 1-1 आदमी शामिल हैं। बुधवार को मृतकों में बिहार के लोगों के बारे में नहीं बताया था। यूपी पुलिस ने अभी तक मृतकों की सूची भी सार्वजनिक नहीं की है।
हिन्दुस्तान टाइम्स पटना की रिपोर्ट है कि महाकुंभ भगदड़ में गोपालगंज के 4, औरंगाबाद के 2 और पटना के 1 व्यक्ति की जान गई है। महाकुंभ नगर में मौजूद एचटी संवाददाता की रिपोर्ट में चंपारण और मुजफ्फरपुर से भी 1-1 मौत की खबर है। हिन्दुस्तान के आरा संवाददाता ने वहां से एक मौत की खबर दी है। इस तरह अब तक बिहार से मरने वालों की संख्या 10 तक पहुंच गई है।
गोपालगंज के मृतकों में बरौली थाना के मदनपुर गांव के गिरीश दुबे की मां शिवकलो देवी शामिल हैं जो बेटी संगीता देवी के साथ प्रयागराज गई थीं। भोरे थाना इलाके के रामनगर गांव के राजू मांझी की मां सरस्वती देवी की भी जान गई है। उचकागांव थाना इलाके से दो मौत हुई है, एक बालेसरा गांव की कुंती देवी और दूसरी श्यामपुर बाजार की तारा देवी की। भोजपुर के अगिआंव थाना के पिटाठ गांव की धनेश रजक की पत्नी पूनम देवी की जान भी कुंभ हादसे में चली गई। उनका शव प्रयागराज से शुक्रवार को गांव पहुंचा।
औरंगाबाद जिले के गोह थाना क्षेत्र के सोनुना गांव की राजरानी देवी और हसपुरा थाना के मानपुरा गांव की सोनम कुमारी की जान भगदड़ में गई है। पटना में मनेर थाना के गोरेयास्थान की रहने वाली सिया देवी भी मौत महाकुंभ भगदड़ में हो गई। चंपारण की रहने वाली सुशील अपने भाई के साथ महाकुंभ में गई थी जहां भाई दिनेश की मौत भगदड़ में हो गई। मुजफ्फरपुर जिले से अपनी पड़ोसी धर्मशीला के साथ प्रयागराज गईं शीला देवी की भी जान भगदड़ में चली गई।