दून रेलवे स्टेशन का 300 करोड़ रुपये में होगा कायाकल्प
हर्रावाला रेलवे स्टेशन के साथ ही अब दून रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प होगा। लंबे समय से लटकी दून रेलवे स्टेशन की परियोजना को गति मिलने की उम्मीद जगी है। करीब पौने दो साल बाद डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बना ली गई है।
इसे उत्तर रेलवे मुख्यालय, नई दिल्ली भेज दिया है। यहां अध्ययन के बाद इसे रेलवे बोर्ड को सौंपा जाएगा। वहां सभी सवालों के जवाब मिलने के बाद इसे स्वीकृति मिलेगी। रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने के लिए डीपीआर में 300 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा गया है। इस कायाकल्प के तहत स्टेशन की पूरी तस्वीर बदली-बदली नजर आएगी।
दून रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने के लिए किया था चिह्नित
- उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल ने मेजर रेलवे स्टेशन रि-डेवलपमेंट (प्रमुख रेलवे स्टेशन पुनर्विकास) कार्यक्रम के तहत वर्ष 2022 में दून रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने के लिए चिह्नित किया था।
- स्टेशन का सर्वे और डीपीआर बनाने के लिए फरवरी 2023 में एजेंसी नामित हुई और इसके बाद डीपीआर का कार्य शुरू हुआ।
- डीपीआर में दून रेलवे स्टेशन के वर्तमान भवन, मनोरंजन क्लब और अधिकारी विश्राम गृह को ध्वस्त करने का डिजाइन तैयार किया गया है।
- इसके स्थान पर दो मंजिला अत्याधुनिक भवन बनेगा। जिसमें स्टेशन अधीक्षक, स्टेशन मास्टर, टिकट चेकर, पूछताछ केंद्र सहित स्टेशन परिसर में होने वाले सभी जरूरी कार्यालय बनेंगे।
- यहीं पर अधिकारी विश्राम गृह, रिटायरिंग रूम, डारमेट्री और रिफ्रेशमेंटर सेंटर बनेगा।
- स्टेशन परिसर में 12 मीटर चौड़ा एक स्वचलित फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा, जो स्टेशन के पांचों प्लेटफार्म को जोड़ेगा।
- इसके अलावा मनोरंजन क्लब वाले स्थान पर करीब 200 वाहनों को खड़ा करने वाली क्षमता की पार्किंग बनेगी।
- स्टेशन का सर्कुलेटिंग एरिया वर्तमान के मुताबिक अधिक चौड़ा और बड़ा किया जाएगा।
जाम और पार्किंग के झंझट से जूझते हैं यात्री
दून रेलवे स्टेशन से रोजाना करीब 15 हजार यात्री विभिन्न शहरों के लिए रवाना होते और वहां से देहरादून आते हैं। स्टेशन परिसर में यात्री सबसे अधिक जाम और पार्किंग की समस्या से जूझ रहे हैं। यहां व्यवस्थित पार्किंग न होने से हाल यह है कि यात्री सड़क पर वाहन खड़े कर रहे हैं और ऐसे में दिनभर जाम की स्थिति बनती है।
दिनभर घिरा रहता है सर्कुलेटिंग एरिया
दून रेलवे स्टेशन का सर्कुलेटिंग एरिया छोटा होने के कारण यह दिनभर यात्रियों, आटो-टेंपो चालकों और कुलियों से घिरा रहता है। भीड़ में यात्रियों को स्टेशन के अंदर घुसने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। सर्कुलेटिंग एरिया बड़ा हो जाने से यात्रियों को काफी हद तक राहत मिलेगी।
यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
- दोपहर में एकसाथ कई ट्रेन आने से इकलौते फुटओवर ब्रिज की भीड़ कम होगी।
- प्रतीक्षालय, विश्रामालय और डारमेट्री में यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेगी।
- खाने-पीने के लिए यात्रियों को मिलेगी बेहतर व्यवस्था।
- सर्कुलेटिंग एरिया बढ़ने से स्टेशन के अंदर प्रवेश करने वाली जद्दोजहद कम होगी।
- वाहन खड़ा करने के लिए यात्रियों को मिलेगी व्यवस्थित पार्किंग।
- स्टेशन के बाहर लगने वाले जाम से निजात मिलेगी।
हर्रावाला में अमृत स्टेशन योजना के तहत हो रहा निर्माण
- राजधानी से सटे हर्रावाला रेलवे स्टेशन में अमृत स्टेशन योजना के तहत 30 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिकीकरण कार्य हो रहा है।
- यह कार्य अक्टूबर 2023 में शुरू हो गया था, लेकिन यहां की जमीन पथरीली होने के कारण खोदाई और केबल शिफ्टिंग में काफी समय टूट गया।
- अब नया भवन बनाने के लिए फाउंडेशन कार्य चल रहा है।
- यहां नए भवन के साथ सर्कुलेटिंग एरिया, स्वचलित सीढ़ी युक्त फुटओवर ब्रिज, स्टेशन प्रभारी कार्यालय, टिकट घर, प्रतीक्षालय, पूछताछ केंद्र आदि का निर्माण होगा।
- रेलवे अधिकारियों का दावा है कि जून तक इसे पूर्ण कर लिया जाएगा।