चीन-पाक के ठगों से जुड़े महिला से लाखों हड़पने वालों के तार, STF दो को कर चुकी गिरफ्तार
देहरादून की महिला से विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 23 लाख की ठगी करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने गुरुवार को दिल्ली से पकड़ा है। आरोपी ग्रेटर नोएडा और दिल्ली के रहने वाले हैं।
इसके अलावा अपराध में संदिग्ध पाई गईं चार महिलाओं को नोटिस जारी किए गए हैं। गिरोह के तीन सदस्यों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। एसटीएफ का दावा है कि आरोपियों के तार चीन और पाकिस्तान से जुड़े हैं।
अपराध करने का तरीका
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने रोजगार से जुड़ी कई प्रतिष्ठित कंपनियों से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट बनाई हैं। वह नौकरी के इच्छुक लोगों से संपर्क करते हैं। लोगों को विश्वास में लेकर विदेश में नौकरी का झांसा देते हैं। बाद में फर्जी साक्षात्कार कराकर उनसे विभिन्न फीस के नाम पर रकम ली जाती है। रुपये फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर कराए जाते हैं।
विदेश में बैठे साइबर ठगों के संपर्क में आए
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह विदेश में बैठे साइबर ठगों की मदद से बाइनेन्स ऐप (जो कि क्रीप्टो ट्रांजेक्सन के लिए यूज होता है) के माध्यम से एक अमेरिकी डॉलर को 90 रुपये भाव पर खरीदकर बाईनेन्स वॉलेट में ट्रांसफर कर देते थे।
इसके बाद विदेशी साइबर ठग एक अमेरिकी डॉलर का भाव 104 रुपये में कनवर्ट कर भारत भिजवा देते थे। मुनाफे को आपस में बांट दिया जाता है। आरोपियों ने दुबई, चीन और पाकिस्तान में बैठे साइबर ठगों से अपना संबंध बताया है। उन्होंने बताया कि वो व्हाट्सएप, टेलीग्राम के माध्यम से जुड़े थे।
चार संदिग्ध महिलाओं को एसटीएफ का नोटिस
उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) के एसएसपी ने बताया कि अपराध में संदिग्ध पाई गई शिखा वर्मा निवासी कविनगर गाजियाबाद, सोनम ढींगरा निवासी गौर सिटी ग्रेटर नोएडा, वर्षा पंवार निवासी बुराड़ी, नॉर्थ दिल्ली और मीनू शर्मा निवासी नगर ककरोला दिल्ली को नोटिस जारी किया गया है। आरोपियों पर देशभर में कई मुकदमे दर्ज हैं।