विभिन्न संगठनों ने गृहमंत्री के खिलाफ किया प्रदर्शन, अमित शाह से इस्तीफे की मांग
लखनऊ, राजधानी में शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह के बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ । शहर के विभिन्न महिला संगठनों ,सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित परिवर्तन चौक से नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला। कलेक्टर में सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। ऐडवा की अध्यक्ष मधु गर्ग ने कहा कि उच्च सदन में बाबा साहब का अपमान हुआ ये देश बर्दाश्त नहीं करेगा।
संविधान रचयिता के ऊपर अपमानजनक टिप्पणी बेहद अफसोस नाक है। अमित शाह तत्काल पूरे देश से माफी मांगे। बाबा साहब ने देश के शोषितों ,वंचितों को सम्मान देने का काम किया है। जब तक अमित शाह माफी नहीं मांग लेंगे यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। बाबा साहब का अपमान करने वाले व्यक्ति को गृहमंत्री जैसे उच्च पद पर रहने का अधिकार नहीं है। सेंट्रल बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि समाज का कोई भी व्यक्ति बाबा साहब का अपमान बर्दाश्त नही करेगा। सदन में जिस तरीके से बाबा साहब का नाम लिया है वह अपने आप में अपमानजनक है।
बाबा साहब से पूरे देश के लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई है। सभी देशवासियों से अमित शाह माफी मांगे। बयान के कारण अधिवक्ता समाज में बेहद रोष है। आज हम लोग बाबा साहेब के लिखे हुए संविधान के कारण ही बेगुनाहों को न्याय और अपराधियों को सजा दिलाने में सफल हो रहे हैं। जिस व्यक्ति ने देश को इतनी बड़ी ताकत दिया उसके विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अफसोस की बात है। ऐपवा नेता मीना ने कहा कि सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया जानती है कि बाबा साहब ने मानव धर्म की रक्षा किया।
भारत समेत पूरे विश्व में उनका नाम बहुत सम्मान से लिया जाता है। हर धर्म के लोग बाबा साहब के द्वारा किए गए काम को याद करते हैं और उनके प्रति आदर का भाव रखते हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब के प्रति बेहद अपमानजनक टिप्पणी किया। देश का कोई भी संवेदनशील व्यक्ति उसे बर्दाश्त नहीं करेगा। जबतक माफी नहीं मांग लेंगे हम लोग इसका विरोध करते रहेंगे।