IND vs AUS: अगले 24 घंटे टीम इंडिया के लिए खास, जानिए पूरा मामला
एडिलेड टेस्ट मैच में मुंह की खाने वाली टीम इंडिया के लिए अगले 24 घंटे काफी अहम होने वाले हैं। इनमें पता चलेगा कि भारत के लिए खुशखबरी आने वाली है या फिर दर्द मिलने वाला है। ये मामला ब्रिस्बेन टेस्ट से जुड़ा है। ये मैच भारत के लिए अहम बन गया है क्योंकि पर्थ में हैरतअंगेज अंदाज में जीत दर्ज करने वाली टीम इंडिया को एडिलेड में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। ब्रिस्बेन में अगर टीम इंडिया हारती है तो सीरीज में पीछे तो हो ही जाएगी, साथ ही टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल खेलने का सपना भी टूट जाएगा।
दरअसल, अगले 24 घंट में पता चलेगा कि ऑस्ट्रेलिया का एक दमदार गेंदबाज गाबा में खेल पाएगा या नहीं। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि तेज गेंदबाज जोस हेजलवुड हैं। हेजलवुड पहले टेस्ट मैच में खेले थे, लेकिन चोट के कारण दूसरा मैच नहीं खेल पाए थे। अब अगले 24 घंटों में पता चलेगा कि वह तीसरे टेस्ट मैच के लिए फिट हैं या नहीं।
नेट्स पर की गेंदबाजी
हेजलवुड ने खुद कहा है कि अगले 24 घंटे तय करेंगे कि वह भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में खेल पाएंगे या नहीं। हेजलवुड ने आज नेट्स पर गेंदबाजी अभ्यास किया। उन्हें साइड स्ट्रेन की समस्या है। अभ्यास के दौरान उन्होंने अपनी फिटनेस परखी। हेजलवुड ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि अगले 24 घंटों में मैं किस तरह से संभलता हूं इस पर काफी कुछ निर्भर करेगा। जाहिर है दो स्पैल बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं। कुछ चीजें सही हुई हैं, लेकिन अगले 24 घंटों में मुझे पता चलेगा कि मैं खेलने के लिए तैयार हूं या नहीं।”
अगर हेजलवुड फिट होकर टीम में आते हैं तो ये भारत के लिए परेशानी का सबब हो सकता है। हेजलवुड को मौजूदा समय के बेहतरीन गेंदबाजों में गिना जाता है। ऑस्ट्रेलिया में तो वह और कहर ढा सकते हैं। अगर वह तीसरे मैच के लिए फिट नहीं होंगे तो ये भारत के लिए राहत की बात होगी।
एडिलेड टेस्ट को लेकर कही बड़ी बात
हेजलवुड ने कहा कि ये पहली बार नहीं है जब वह इस तरह की चोट से जूझ रहे हैं। वह पहले भी इसका सामना कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर एडिलेड टेस्ट इस समर का आखिरी टेस्ट होता तो वह चोट के बाद भी खेलते। उन्होंने कहा, “ये उस तरह का साइड स्ट्रेन नहीं है जो मुझे पहले हुआ था। मैंने इस सप्ताह सभी चीजें कीं। पिछले जो साइड स्ट्रेन हुए उनकी तुलना में ये छोटा है। अगर एडिलेड टेस्ट इस समर का आखिरी टेस्ट होता तो हो सकता है कि मैं कोशिश करता और खेलता। लेकिन स्कॉट बोलैंड थे जिन्होंने शानदार काम किया।”