वाराणसी से प्रयागराज के झूंसी तक सफर होगा और आसान, 130km प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेन
प्रयागराज। इंतजार की घड़ियां खत्म हो गई हैं। प्रयागराज-वाराणसी के बीच ट्रेनों की गति अब बढ़ाई जा सकेगी। वाराणसी से प्रयागराज के झूंसी तक 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अब ट्रेन दौड़ सकेंगी। अब वाराणसी से प्रयागराज तक ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने से यात्रा में समय कम लगेगा।
प्रयागराज-वाराणसी के बीच बिछ रही दूसरे रेल लाइन को झूंसी की तरफ जोड़ दिए गया है। यह रेल लाइन सीधे झूंसी स्टेशन पर जाती है। इसके साथ ही वाराणसी से झूंसी रेलवे स्टेशन और झूंसी-दारागंज नए रेल पुल की एक लाइन का कार्य पूरा हो गया। इस लाइन पर ही 13 दिसंबर को पहली ट्रेन चलाई जानी है, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हरी झंडी दिखा सकते हैं।
इससे प्रयागराज जंक्शन से वाराणसी-के बीच आवागम बेहद आसान हो जाएगा। प्रयागराज से वाराणसी के बीच की यात्रा मात्र दो घंटे में पूरा हो सकेगा। महाकुंभ से पहले प्रयागराज-वाराणसी दूसरी रेल लाइन शुरू हो जाएगी। इससे प्रयाग से पूर्वोत्तर में ट्रेनों का संचालन आसान हो जाएगा। इस रूट पर ट्रेनों की संख्या और गति दोनों में वृद्धि होगी।
महाकुंभ के दौरान अधिक संख्या में ट्रेनों का संचालन होना है, ऐसे में दोहरी लाइन इसमें बहुत सहायक होगी। वाराणसी मंडल के डीआरएम विनीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि महाकुंभ के दौरान ईएमयू (इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) स्पेशल ट्रेनें चलाएंगे। इनके इंजन को रिवर्स करने की आवश्यकता नहीं होती है। इससे तेज गति से इनका संचालन आसान होगा।
महाकुंभ से पहले प्रयागराज-बनारस के बीच वंदे भारत 130 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौड़ाया जाएगा। अभी इस रूट पर वंदे भारत की अधिकतम रफ्तार 110 किमी प्रतिघंटा है। इस रेल मार्ग का बनारस से झूंसी तक दोहरीकरण व विद्युतीकरण हो गया है।
अब झूंसी से प्रयागराज जंक्शन के बीच दोहरीकरण का अधिकांश कार्य अंतिम दौर में है। इससे वंदे भारत की गति बढ़ जाएगी। इसके अलावा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, शिवगंगा एक्सप्रेस जैसे ट्रेनें भी 130 किमी की गति से चल सकेंगी।
रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डे तक बनाए गए नोडल अधिकारी
महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डे तक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। हर स्थान के लिए एक-एक नोडल व सहायक नोडल अधिकारी बना दिए गए हैं। महाकुंभ में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार को सभी आवश्यक कार्यवाही का प्रभारी नियुक्त किया गया है। वहीं, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) विनय कुमार सिंह झूंसी और आस-पास के क्षेत्र का संपूर्ण प्रबंधन देखेंगे।
अपर जिलाधिकारी (भूलेख) कुंवर पंकज को नैनी और उसके आस-पास के क्षेत्र का कार्य सौंपा गया है। जबकि अपर जिलाधिकारी (नजूल) प्रदीप कुमार के पास फाफामऊ और आस-पास की जिम्मेदारी होगी। अपर जिलाधिकारी (नगर) मदन कुमार को नगर क्षेत्र का का जिम्मा दिया गया है, जबकि एडीएम (प्रशासन) पूजा मिश्रा को आईसीसीसी कंट्रोल रूम का प्रभार सौंपा गया है।
सर्वाधिक भीड़ रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर होगी, ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं-स्नानार्थियों के लिए नोडल/सहायक नोडल अधिकारी, सेक्टरवार अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। पीडीए वीसी अमित पाल शर्मा को प्रयागराज जंक्शन का प्रभार दिया गया है।