गोपालगंज में फरार चल रहे 133 बदमाशों पर इनाम की घोषणा, SP ने सूची की जारी

गोपालगंज जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र के रहने वाले 133 आरोपितों पर पुलिस ने पांच हजार से लेकर दो हजार तक इनाम की घोषणा की है। वहीं फरार चल रहे सभी आरोपितों के घर पर कुर्की करने के लिए संबंधित थाना की पुलिस ने कोर्ट में आवेदन देकर इश्तहार व कुर्की करने की अनुमति मांगी है। पुलिस के इस एक्शन के बाद फरार चल रहे आरोपितों में खौफ बन गया है।
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि हत्या, लूट, डकैती व अन्य संगीन मामलों में फरार चल रहे आरोपितों के घर पर पुलिस की टीम कई बाद छापेमारी कर गिरफ्तारी करने का प्रयास की। इस दौरान पुलिस के प्रयास के बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
133 आरोपियों की सूची जारी
ऐसे में फरार चल रहे सिधवलिया, बैकुंठपुर, माधोपुर, बरौली, कुचायकोट, नगर थाना, जादोपुर, विशंभरपुर, गोपालपुर, महम्मदपुर, उचकागांव, थावे, हथुआ व मीरगंज सहित अन्य थाना की पुलिस ने संगीन मामलों में फरार चल रहे 133 आरोपितों की सूची बनाकर दी।
ऐसे में पुलिस की गिरफ्तार से इन सभी आरोपितों पर पांच हजार से दो हजार तक इनाम की घोषणा करने के साथ ही पुलिस ने कोर्ट से फरार आरोपितों के घर पर इश्तहार चिपकाने के साथ ही कुर्की करने की मांग की है।
इन अपराधियों पर इनाम जारी
एसपी ने कहा कि कोर्ट से अनुमति प्राप्त होने के बाद अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। मांझागढ़ थाना क्षेत्र के भैंसही गांव निवासी राजेंद्र यादव, सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र के हरखपुर गांव निवासी रूपेश राय उर्फ भुवर, यूपी के संतकबीर नगर जिले के सिसवनिया निवासी मनोज सिंह, पश्चिम चंपारण जिले के नगर थाना क्षेत्र के कालीबाग निवासी बिट्टू कुमार हैं।
इसके अलावा मांझागढ़ थाना क्षेत्र के शेख परसा गांव निवासी अमित कुमार, सिवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के सुरहिया गांव निवासी आयान उर्फ राजा व आदिल, बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के सिसई गांव निवासी मुन्ना हुसैन, दुबौली गांव निवासी अरबाज हुसैन व राजा हुसैन तथा मीरगंज थाना क्षेत्र के हरखैली गांव निवासी मनीष श्रीवास्तव पर पांच-पांच हजार इनाम की घोषणा की गई है। वहीं अन्य आरोपितों पर दो-दो हजार इनाम घोषित किया गया है।
अपराधियों पर इनाम क्यों लगाया जाता है?
बता दें कि अपराधियों पर इनाम की घोषणा करने का उद्देश्य अपराधियों को पकड़ने और न्याय को सुनिश्चित करने में मदद करना है।
यह प्रणाली अपराधियों को पकड़ने के लिए सार्वजनिक सहयोग को प्रोत्साहित करती है और अपराध को रोकने में मदद करती है।
इनाम की राशि अपराध की गंभीरता और अपराधी की गतिविधियों पर निर्भर करती है। यह राशि आमतौर पर पुलिस विभाग या सरकार द्वारा घोषित की जाती है।