सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने यात्रियों के लिए जागरूकता अभियान किया शुरू
पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोड़के ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकना प्राथमिकता है। यात्रियों की जागरूकता से भी वाहन दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि यदि चालक परिचालक क्षमता से अधिक सवारी बैठाते हैं, तो यात्री 112 डायल कर सकते हैं।
उनकी शिकायत पर त्वरित कार्रवाई जिला पुलिस करेगी। उन्होंने थाना, चौकी प्रभारियों को वाहन चेकिंग अभियान में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं।
वाहनों की ताबड़तोड़ चेकिंग
अल्मोड़ा के मारचूला बस दुर्घटना के बाद शासन प्रशासन जागा है। वाहनों की ताबड़तोड़ चेकिंग हो रही है। जिससे वाहन चालकों तथा परिचालकों में हड़कंप मचा है। वहीं, पुलिस अधीक्षक ने यात्रियों से112 में ओवर लोडिंग की सूचना देने का आह्वान कर दिया है। जिससे दुर्घटनाओं को होने से रोका जा सकेगा।
ओवर लोडिंग के विरुद्ध लगातार अभियान
एसपी ने कहा कि जिले में ओवर लोडिंग के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है। यात्री, वाहन चालकों को यातायात नियमों से जागरूक किया जा रहा है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
ओवर लोडिंग में काटे चालान
प्रभारी एआरटीओ हरीश रावल ने बताया कि ओवर लोडिंग में लगातार चालान किए जा रहे है। 2021 में 63, 2022 में 159, 2023 में 117 तथा इस वर्ष अभी तक 164 वाहनों का चालान किया गया है। जिले मे ब्लैक स्पाट नहीं हैं। वाहन चालकों के साथ ही अब यात्रियों को भी जागरूक किया जा रहा है।
सल्ट बस हादसे के बाद भी नहीं टूट रही एनएच प्रशासन की नींद
गरमपानी : सल्ट ब्लॉक के कुपी बस हादसे के बाद भी तंत्र नींद से नहीं जाग रहा। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर ही कदम कदम पर बड़ी घटना का अंदेशा मंडरा रहा है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। अतिसंवेदनशील दोपांखी, भोर्या बैंड समेत तमाम स्थानों पर सुरक्षित यातायात के उपाय नदारद है। पर्यटक व यात्री जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर हो चुके हैं।
कुमाऊं के महत्वपूर्ण हाईवे में शुमार अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर रोजाना सुबह से शाम तक सैकड़ों वाहन आवाजाही करते हैं। वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है बावजूद हाईवे के हालात बद से बद्तर हो चुके हैं। अतिसंवेदनशील भोर्या बैंड क्षेत्र में सप्ताह भर पूर्व कार के कोसी नदी क्षेत्र की ओर गिरने के बाद भी सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए जा सकें है वहीं दो पांखी व पाडली तथा रातीघाट क्षेत्र में भी सुरक्षा उपाय नदारद है।लगातार खतरा बढ़ने के बावजूद अनदेखी किए जाने पर एनएच प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पूर्व में हाईवे पर जहां लोग जान गंवा चुके हैं वहां भी आज तक एनएच विभाग सुध नहीं ले सका है जिस कारण अनहोनी का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।