सर्दियों में हमलावर हो जाता है बाघ, जिम कॉर्बेट पार्क में महिला पर हमला कर मार डाला
कॉर्बेट और जंगल के आसपास रहने वाले लोगों को सर्दियों में अधिक सचेत रहने की जरूरत है। सर्दियों में वन्यजीव हमलावर हो जाते हैं। इसके प्रमुख कारण बरसात के बाद बड़ी झाड़ियों, प्रजनन के लिए बाघ-बाघिन का अधिक मूवमेंट और आसान शिकार की तलाश हैं।
कॉर्बेट में हर साल तीन से चार लोगों की मौत बाघ के हमले में हो रही है। विशेषज्ञों की मानें तो ये घटनाएं ठंड के शुरुआत से होने लगती हैं। अक्सर वन्यजीवों के हमले नवंबर से जनवरी तक होते हैं।
सर्पदुली रेंज के रेंजर उमेश आर्या ने बताया कि मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने को लेकर अभियान चलाया जाएगा। ठंड में लोगों से जंगल की ओर नहीं आने की अपील की जाएगी। बताया कि घटना स्थल के आसपास कैमरा ट्रैप लगाएंगे। हाथियों से गश्त की जाएगी।
रामनगर में लकड़ी बीनने गई महिला को बाघ ने मारा
जिम कॉर्बेट की सर्पदुली रेंज में लकड़ी बीनने गई महिला पर मंगलवार को बाघ ने हमला कर दिया। महिला को जबड़ों में दबाकर बाघ एक किमी जंगल के अंदर ले गया। वन कर्मियों ने छह राउंड हवाई फायरिंग कर बाघ को भगाया। काफी छानबीन के बाद महिला का शव मिला।
गांव ढिकुली निवासी लक्ष्मण सिंह रावत की 55 वर्षीय पत्नी कौशल्या रावत सुबह करीब 10 बजे तीन महिलाओं के साथ जंगल में लकड़ी बीनने गई थीं। साथ गई महिलाओं ने बताया कि जंगल में करीब 11 बजे घात लगाकर बैठे बाघ ने कौशल्या पर हमला कर दिया।
उनके शोर मचाने पर भी बाघ नहीं भागा और महिला को जबड़ों से खींचकर ले गया। साथ गई महिलाएं शोर मचाते जंगल से बाहर आई। सूचना पर ग्रामीण और जिम कॉर्बेट पार्क के कर्मचारी पहुंचे। रेंजर उमेश आर्या ने बताया कि महिला को एक घंटे तक जंगल में खोजा गया, उसके बाद शव मिला।