केदारनाथ उपचुनाव में कांग्रेस का 3 नामों का पैनल, चौंकाने वाला प्रत्याशी भी आ सकता है सामने
प्रदेश कांग्रेस में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया लंबी खिंचती जा रही है। इस संबंध में भेजे गए पर्यवेक्षक दल की रिपोर्ट के बाद उपजे विवाद पर विराम लगाते हुए आखिर एआईसीसी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी से ही नामों का पैनल मांगा, जो पीसीसी ने शुक्रवार शाम को भेज दिया है।
केदारनाथ उपचुनाव में अब एक-दो दिन में कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा हो सकती है। पार्टी अंतिम तिथि से एक दिन पहले 28 अक्तूबर तक नामांकन की तैयारी कर रही है। इससे पूर्व पार्टी हाईकमान की ओर से प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के तहत पर्यवेक्षकों को क्षेत्र भ्रमण पर भेजा गया था।
आखिर हाईकमान ने पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पीसीसी को भेजी और इसी रिपोर्ट के आधार पर पैनल में नाम मांगे गए। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर तीन नाम पार्टी हाईकमान को भेज दिए गए हैं।
स्क्रीनिंग कमेटी में चर्चा के बाद हाईकमान के स्तर पर भी प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के सहप्रभारी सुरेंद्र शर्मा शुक्रवार शाम दून पहुंच गए हैं।
चौंकाने वाला नाम भी आ सकता है सामने
कांग्रेस की ओर से केदारनाथ उप चुनाव के लिए भेजे गए पैनल में पूर्व विधायक मनोज रावत, लक्ष्मण सिंह रावत और कुंवर सिंह सजवाण के नाम शामिल बताए जा रहे हैं, लेकिन राजनीतिक सूत्रों की मानें तो नामांकन से ऐन पहले चौंकाने वाला नाम भी सामने आ सकता है।
दावा अध्यक्ष- पर्यवेक्षकों के बीच विवाद प्रभारी ने सुलझाया
केदारनाथ उपचुनाव में प्रत्याशी चयन से संबंधित रिपोर्ट सीधे हाईकमान को भेजे जाने से उपजे विवाद का पटाक्षेप हो गया है। सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को नई दिल्ली में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में प्रभारी कुमारी शैलजा ने दोनों नेताओं से इस संबंध में बात की। अध्यक्ष करन माहरा ने अपनी बात रखी तो मुख्य पर्यवेक्षक गणेश गोदियाल ने भी अपना पक्ष रखा।
उपचुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेगी सपा
समाजवादी पार्टी केदारनाथ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन करेगी। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. सत्यनारायण सचान ने कहा कि भाजपा सरकार पहाड़ों से पलायन नहीं रोक पा रही है। युवा रोजगार के लिए गांव छोड़ रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है।