15 हजार करोड़ जीएसटी फर्जीवाड़े में 16 अरबपतियों पर गैंगस्टर
- 49 आरोपियों को पहले हो चुकी गिरफ्तारी, 33 पर पहले लग चुका है गैंगस्टर एक्ट
नोएडा, 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक के जीएसटी फर्जीवाड़े में शामिल 16 अन्य आरोपियों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की है। जिनपर गैंगस्टर लगा है उनमें अरबपति संजय ढींगरा, मयंक ढींगरा, कनिका ढींगरा,संजय जिंदल, शुभम जिंदल, तरुण जिंदल, ऋषभ जैन, तुषार गुप्ता, अजय शर्मा,कुणाल उर्फ गोल्डी,विकास डबास,संजय गर्ग, पुनीत कुमार ,मयूर नागपाल,चारू नागपाल और दीपक सिंघल शामिल हैं। आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई होने की पुष्टि जांच अधिकारी ने सोमवार को की। इस मामले में अब तक 49 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
33 के खिलाफ पुलिस पहले ही गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई कर चुकी है। बीते साल जून में नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था जो कागजों पर फर्जी कंपनी और फर्म बनाकर फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर सरकार को अरबों रुपए का नुकसान पहुंचा रहा था। आरोपियों ने कई शहरों में सौ से अधिक कंपनी बनाई जिनका वजूद सिर्फ कागजों पर रहता था। बीते सवा साल से इस मामले में लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है। इस मामले में किसी भी आरोपी की जमानत अभी तक नहीं हो सकी है। बीते माह ही मामले में शामिल सभी 49 आरोपियों की जमानत इलाहाबाद उच्च न्यायालय से खारिज की गई थी। अब नोएडा पुलिस संजय ढींगरा, मयंक ढींगरा, कनिका ढींगरा और तरुण जिंदल समेत 16 अन्य के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की है।
अब आरोपियों की चल और अचल संपत्ति की पहचान कर उसे कुर्क किया जाएगा। जिन आरोपियों की मामले में गिरफ्तारी हुई है,उनमें कई अरबपति कारोबारी भी शामिल हैं। नोएडा पुलिस के बाद गुजरात समेत अन्य जगहों की पुलिस ने भी इस प्रकार के गिरोह का पर्दाफाश किया। पूरे देश में जीएसटी फर्जीवाड़ा व्यापक स्तर पर किया जा रहा था। आरोपी देश के विभिन्न जगहों पर रहने वाले लाखों लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का डाटा हासिल कर उसके आधार पर फर्जी कंपनी खोलते थे। इन कंपनियों और फर्मों का अस्तित्व सिर्फ कागजों पर होता था। इसके बाद जीएसटी नंबर लेकर और फर्जी बिल बनाकर रिफंड ले लेते थे, जिससे सरकार को आर्थिक नुकसान होता था। जालसाज फर्जी कंपनियों को जीएसटी नंबर के साथ बेचते भी थे। इन कंपनियों के नाम पर काले धन को सफेद किया जा रहा था। गिरोह में शामिल इनामी समेत कई अन्य आरोपी अब भी फरार हैं।
फर्जीवाड़े में शामिल कई आरोपी परिवार समेत विदेश भाग चुके हैं। नोएडा पुलिस को इसकी जानकारी मिली है कि कुछ आरोपियों ने दुबई समेत अन्य जगहों पर अपना ठिकाना बनाया हुआ है। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ओपन डेटेड वारंट जारी करने की तैयारी कर रही है। रेड कॉर्नर नोटिस पहले ही जारी किया जा चुका है। ओपन डेटेड वारंट जारी होने के बाद या तो नोएडा पुलिस विदेश जाकर आरोपी की गिरफ्तारी करेगी या फिर इंटरपोल की मदद से वांछित आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।