UP में रहस्यमयी बुखार का कहर, दो बालिकाओं की मौत, सौ से ज्यादा लोग बीमार
यूपी में एक बार फिर रहस्यमयी बुखार का कहर देखने को मिल रहा है। सीतापुर के सांडा में बुखार से दो बालिकाओं की मौत हो गई है। क्षेत्र में सैकड़ों लोग बीमार हैं। सीएचसी सांडा में बुखार से पीड़ित लोगों की भीड़ है। अस्पताल में प्रतिदिन 600 से लेकर 700 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। गंभीर रूप से बीमा लोगों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा जा रहा है। आसपास के इलाकों में भी लोगों के बीमार होने की सूचना है। यहां भी कई लोगों की मौत की बात कही जा रही है।
सांड़ा में नैंसी गुप्ता (18) पुत्री संतलाल और खुशनुमा (20) पुत्री रमजान दोनों को अचानक बुखार हुआ। नैंसी मंगलवार को दोपहर स्कूल से आई उसके बाद उसे उल्टी आई और जाड़ा लगकर तेज बुखार हुआ। प्राइवेट अस्पताल ले गए। डेढ़ घंटे ही इलाज चला उसी दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं खुशनुमा को भी दो ही दिन बुखार हुआ था। इलाज के लिए लखनऊ ले गए थे।
उधर सीएचसी में मरीजों की भीड़ है। फर्श पर मरीज बैठे हुए हैं। बाढ़ क्षेत्र के गांव सांडा, शाहपुर, गोपालापुर, बांछेपुर, सेमराखुर्द, नकैला, मुरथना,ड्यूहा, ईरापुर, लखनियापुर, खजुरा, कल्ली, ताजपुर सलोली, बेलवा बसैहा, सकरन, किरतापुर, देवतापुर, पटनी, रेवान, खानपुर, प्यारापुर, काजीपुर, मनिकोड़ा, मंडोर, पटना, बरियारी, सुमरावा, सैदापुर, लखुवाबेहड़, उमराकला, दुगाना, मदनापुर घाट, सेमराकला आदि एक सैकड़ा गांवों में मच्छर जनित बीमारियां मलेरिया, डेंगू , टाइफाइड, वायरल फीवर आदि से सैकड़ों लोग बीमार हैं।
इन इलाकों में कई लोगों की मौत हो चुकी है। सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह का कहना है कि सूचना मिली है डॉक्टरों से रिपोर्ट ली जा रही है। गांवों में डॉक्टरों की टीम भेजी जा रही है।
सीएचसी सांडा के अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार सचान ने कहा कि उपलब्ध संसाधनों और दवाओं से मरीजों का यथासंभव इलाज किया जा रहा है। अगर कोई मरीज अधिक गंभीर होता है तो उसे एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल भेजने की व्यवस्था है। अस्पताल में प्रतिदिन 600 से लेकर 700 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में रक्त की जांच उपलब्ध है। जाड़ा बुखार से पीड़ित मरीजों को अस्पताल में भर्ती करके उनका समुचित इलाज किया जा रहा है।
वहीं, खंड विकास अधिकारीधर्मेंद्र कुमार और एडीओ पंचायत दिनेश कुमार यादव ने बताया कि गांवों में मच्छर जनित रोगों से ग्रामीणों को बचाने के लिए मच्छर रोधी कीटनाशकों का छिड़काव और फागिंग कराई जा रही है। अगर कहीं से कार्य में लापरवाही की सूचना मिलती है तो जिम्मदारों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। मरीजों को सीएचसी में भर्ती किया जा रहा है।