देहरादून ISBT गैंगरेप कांड के बाद रोडवेज का ऐक्शन, ड्राइवर-कंडक्टरों का पुलिस सत्यापन किया अनिवार्य
देहरादून के आईएसबीटी परिसर में गैंगरेप की वारदात के बाद रोडवेज प्रबंधन यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हरकत में आ गया है। सोमवार को रोडवेज एमडी डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने आईएसबीटी परिसर का औचक निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि रोडवेज के साथ अनुबंधित बसों के हर ड्राइवर और कंडक्टर का पुलिस सत्यापन अनिवार्य होगा। रोडवेज की अपनी बसें और अनुबंधित बसों में सीसीटीवी कैमरा और पैनिक बटन चौबीसों घंटे चालू रहेंगे।
एमडी ने निरीक्षण के दौरान आईएसबीटी की प्रभारी अनुजा सिंह और पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर चर्चा की गई। एमडीडीए को पार्किंग में सीसीटीवी कैमरे और नियमित गार्ड की संख्या बढ़ाने को भी कहा गया।
दून पुलिस आरोपियों की कस्टडी रिमांड मांगेगी
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस जल्द ही आरोपियों की कस्टडी रिमांड मांगेगी। एसएसपी ने आगे कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसआईटी को निर्देश दिया गया है कि वे इस मामले की गहनता से जांच करें और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए पुख्ता सबूत जुटाएं।
अनुबंधित बस मालिकों पर लगाया गया जुर्माना
एमडी ने किशोरी से दुष्कर्म मामले में अनुबंधित बसों के मालिकों पर 25-25 हजार रुपये का तात्कालिक जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, विशेष श्रेणी कर्मचारियों को ऑफ रूट कर दिया गया। अब उनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा रही है। अनुबंधित बस के ड्राइवर-कंडक्टर भी हटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना निसंदेह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मसार करने वाली है। दोषियों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
रोडवेज बसों की नियमित जांच के निर्देश
एमडी डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में जिन बसों में सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन लगे हैं, उनकी तत्काल जांच कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही जिन बसों में यह उपकरण अभी नहीं लगे हैं, वहां तत्काल लगाए जाएंगे। पुलिस के अधिकारियों से भी आईएसबीटी परिसर में गश्त बढ़ाने को कहा है। प्रदेश के सभी बस अड्डों में सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा रहा है। इस दौरान आरएम पूजा केहड़ा और एआरएम केपी सिंह भी मौजूद रहे।