RBI से अलग है SBI का अनुमान, एसबीआई ने कहा- FY25 में 7% रह सकती है जीडीपी ग्रोथ

दुनिया की नजर भारत की जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) पर बनी हुई है। देश की जीडीपी ग्रोथ को लेकर देश की सबसे बड़ी पब्लिक सेक्टर बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया। वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 7.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।

ग्लोबल चिंताओं और प्रतिकूलताओं की वजह से जीडीपी ग्रोथ में 20 बेसिस प्वाइंट की मामूली गिरावट आई है।

7 फीसदी रह सकती है ग्रोथ

एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा की चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रह सकता है। एसबीआई का अनुमान आरबीआई के अनुमान से 20 बीपीएस कम है जो काफी हद तक वैश्विक प्रतिकूलताओं पर आधारित है। हालांकि, रिपोर्ट में साफ कहा गया कि रेटिंग में गिरावट के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत प्रदर्शन कर रही है। इस साल भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहने की उम्मीद है।

एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025 के लिए इसका जीडीपी अनुमान कई सकारात्मक कारकों पर आधारित है। इसमें राजकोषीय बफर में वृद्धि, बेहतर मानसून की स्थिति के कारण कृषि गतिविधि में सुधार और मजबूत विनिर्माण गतिविधि के बीच निजी पूंजी व्यय में बढ़ोतरी शामिल हैं।

आरबीआई एमपीसी बैठक

6 अगस्त 2024 से आरबीआई की एमपीसी मीटिंग शुरू हुई थी। इस मीटिंग के फैसलों का एलान 8 अगस्त को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया था। एमपीसी बैठक के फैसलों का एलान करते हुए शक्तिकांत दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है।

हालांकि, आरबीआई ने पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ को 7.1 फीसदी कर दिया है। वहीं, Q2 के लिए 7.2 फीसदी और Q3 के लिए 7.3 फीसदी पर बरकरार रखा। इसी तरह चौथी तिमाही के लिए 7.2 फीसदी की इकोनॉमी ग्रोथ रहने का अनुमान जताया।

दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में महंगाई दर 5.1 फीसदी रहने की उम्मीद है। आपको बता दें कि इस बार भी एमपीसी बैठक में रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला लिया गया है।

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