बांग्लादेश में प्रदर्शन के दौरान कई हिंदू मदिरों में तोड़फोड़, ISKCON में लगाई आग
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कई हिंदू मदिरों में तोड़फोड़ की गई और दो हिंदू पार्षदों को मौत के घाट उतार दिया गया। इसके अलावा कई जगहों पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद मुख्यतः हिंदू ही कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं। बांग्लादेश के खुलना डिविजन के मेहरपुर में स्थित इस्कोन मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया और मूर्तियां तक तोड़ दीं। इसके अलावा मंदिर में आग लगा दी गई।
इस्कोन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने घटना की पुष्टि की है। उन्होने कहा कि बांग्लादेश के मेहरपुर में मंदिर में आग लगाए जाने और भगवान जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा की प्रतिमा को तोड़ने की भी जानकारी मीली है। तीन श्रद्धालुओं ने मंदिर से किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। हसीना सरकार के गिरने और कट्टरपंथी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की एंट्री के साथ ही बांग्लादेश में हिंदू एक बार फिर संकट में पड़ गए हैं।
इस्कोन के अमानी कृष्णादास ने कहा कि देश के कुल 29 जिलों में मंदिरों और हिंदुओं पर हमले हुए हैं। ढाका के इस्कॉन मंदिर में भी हमला हुआ। उन्होंने कहा कि हालात इतने विकट थे कि हमने इस्कॉन मंदिर को बंद करके रखा। हम तो भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि हालात सुधर जाएं। उन्होंने कहा कि यहां जब भी हालात बिगड़ते हैं तो सबसे आसान टारगेट हिंदू बनते रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम फिलहाल इतने खौफ में हैं कि मंदिर के अंदर ही ताला बंद करके रह रहे हैं। हमारे ऊपर किसी भी समय हमला हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हालात कैसे भी हों। हम भगवान कृष्ण को छोड़कर नहीं जा सकते हैं। हमारे प्राण भी चले जाएं तो हम छोड़कर नहीं जाएंगे। बांग्लादेश में ही हमारा जन्म हुआ था और इसे छोड़कर नहीं जाएंगे। चटगाम में इस्कोन के प्रेसिडेंट चिन्मय कृष्णन दास ने कहा कि हिंदू पूजा स्थलों पर हमले बेहद चिंता का विषय हैं। चटगांव में तीन मंदिर संवेदनशील हैं। हालांकि अब तक कुछ मुस्लिमों के साथ मिलकर हिंदू समुदाय के लोगों ने इन्हें ब चाकर रखा है। उन्होंने कहा कि मंदिरों को बचाने के लिए पुलिस से भी मदद मांगी गई है। हालांकि सुरक्षाबलों के जवान भी छिपकर भाग रहे हैं।
हिंदू बौद्ध ईसाई यूनिटी काउंसल के नेता काजोल देवनाथ ने कहा कि सोमवार को चार हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए थे। उपद्रवियों ने ढाका में इंडियन कल्चर सेंटर को भी निशाना बनाया। आंदोलनकारियों ने ढाका में कई मकानों और सरकारी इमारतों में भी आग लगा दी। बंगबंधु भवन को भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक 27 जिलों में हिंदुओं को निशाना बनाया गया। लोगों के घरों पर हमला करके लूटपाट की गई और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। कालीगंज के उपजिला में चंद्रपुर गांव में चार हिंदुओं की पिटाई की गई और उनके घर लूट लिए गए। वहीं हातिबंधा के पुरबो सरदुबी में दर्जनभर हिंदुओँ के घरों में आग लगा दी गई।