बरसात में बोल्डर गिरने से आफत में जान, बदरीनाथ हाईवे बंद होने से रातभर सड़क पर गुजरेगी रात 

मॉनसून में लगातार हो बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। बरसात के बाद बदरीनाथ हाईवे समेत उत्तराखंड में 48 सड़कें बंद हो गईं हैं। सड़कों के बंद होने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बदरीनाथ हाईवे पर सबसे ज्यादा तीर्थ यात्रियों को मुसीबत हो रही है।  

वहीं, देर शाम देवप्रयाग के पास बदरीनाथ हाईवे बंद होने पर तीर्थ यात्रियें की गाड़ियों को डायवर्ट रूट से भेजा गया। हालांकि, पुलिस-प्रशासन की ओर से बंद सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर से किया जा रहा है।

लेकिन लगातार हो रही बारिश और पहाड़ों से बोल्डर गिरने की वजह से परेशानी हो रही है। विदित हो कि 10 मई से शुरू चारधाम यात्रा पर देश के कई राज्यों से भक्तजन दर्शन करने को पहुंच रहे हैं, लेकिन बरसाती मौसम में तीर्थ यात्रियों की संख्या में गिरावट दर्ज हुई है। 

लोनिवि की रिपोर्ट के अनुसार,  भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से उत्तराखंड में 145 सड़कें बंद हो गईं थीं।  प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई करते हुए बंद 97 सड़कों को यात्रा के लिए खोल दिया गया था, जबकि 48 सड़कों को खोलने का काम जारी है।

लोनिवि के एचओडी डीके यादव के अनुसार, प्रदेशभर के कई रूटों पर बंद सड़कों को खोलने लिए जेसीबी को तैनात किया गया है, लेकिन खराब मौसम बाधा बन रहा है। जानकारी दी कि मॉनसूनी बरसात की वजह से दो राज्य मार्ग और चार जिला मार्ग बंद हो गए हैं। 

बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ पर 20 मिनट बाद खुला हाईवे

बदरीनाथ हाईवे गुरुवार को भारी बारिश के चलते लामबगड में बंद हो गया। इस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। प्रशासन ने 20 मिनट बाद हाईवे को यातायात के लिए सुचारु कर दिया। कोतवाल पांडुकेश्वर लक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि हाईवे पर आवाजा सुचारु कर दी है।

केदारनाथ धाम के जिले रुद्रप्रयाग में बारिश से चार ब्रांच सड़कें बंद 

केदारनाथ धाम के जिले रुद्रप्रयाग में ऊपरी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के चलते जहां अब नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा है, वहीं जनपद में भी गुरुवार को हुई बारिश से ब्रांच सड़कें बंद होने लगी हैं। जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतें हो रही है।

बुधवार रात हुई बारिश से रुद्रप्रयाग जनपद में 4 ब्रांच सड़कें बंद हैं। जिन्हें खोलने के लिए जेसीबी की मदद ली जा रही है। लोनिवि की रुद्रप्रयाग डिविजन में बंद तीन सड़कों में तिमली-मरोड़ा-किरोड़ा, छेनागाढ़ बक्सीर और जखनोली-बैंड से कुरछोला मोटर मार्ग शामिल हैं।

जबकि ऊखीमठ डिविजन में रांऊलेक-जग्गीबागवान मोटर मोटर मार्ग मलबा आने से बंद है। लोनिवि के ईई इन्द्रजीत बोस ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने का काम जारी है। जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। रुक-रुक कर मलबा आने से सड़कें अवरुद्ध हो रही है।

विभागीय स्तर से त्वरित मार्ग खोले जा रहे हैं। वहीं, बारिश से अब अलकनंदा और मंदाकिनी का जल स्तर भी बढ़ने लगा है। नदियों में सामान्य से अधिक पानी बहने लगा है। गुरुवार को मुख्यालय में अलकनंदा का जल स्तर 622.740 और मंदाकिनी का जल स्तर 621.450 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि, अभी दोनों नदिया खतरे के निशान से चार मीटर नीचे बह रही है।

टिहरी में 10 ग्रामीण सड़कें बारिश के कारण बंद

बारिश के कारण जिले के 10 ग्रामीण मोटर मार्ग विभिन्न स्थानों पर मलबा आने से बाधित हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आवागमन करने में दिक्कत आ रही हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि बारिश के कारण मलबा और पत्थर आने से कांडीखाल-टिपरी मोटर मार्ग बंद हो गया है।

रायपुर-कुमाल्डा-कद्दूखाल मोटर मार्ग रगड़ गांव में, मरोड़ा बनाली मोटर मार्ग कुंड के पास, विनयखाल-गेंवली, इठारना-कुखई, मठियाली-मंजियाड़ी, बनाली तल्ली से तलाई, तिमली-नौडूकाटल ग्रामीण मोटर मार्ग, गूलर-नाई-मिंडार्थ-संसमण-कौड़ियाला मार्ग बाधित हैं।

पौड़ी जिले में एक स्टेट हाईवे,15 सड़कें बंद

पौड़ी में बारिश से गुरुवार को 15 सड़कें यातायात के लिए बाधित रही। बंद सड़कों में एक स्टेट हाईवे भी शामिल है। बंद सड़कों में स्टेट हाईवे लक्ष्मणझूला -रथुवाढ़ाब-धुमाकोट सहित सिंराई- जौली, ऐता -चरेख, गैंडखाल-कटघर, चिनबौ संपर्क मार्ग, नैनीडांडा -शंकरपुर, जडाऊखांद-मजैंडाबैंड, द्वारी- सिलगांव आदि सड़कें शामिल है। लोनिवि ने बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई है।

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