दोषी ठहराए जाने के बाद पहली बार चुनाव में शामिल होंगे डोनाल्ड ट्रंप, पढ़ें पूरी खबर…
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एडल्ट स्टार के साथ अपने संबंध छिपाने के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप पहली बार प्राइमरी चुनाव में शामिल होंगे। यह प्राइमरी चुनाव का आखिरी चरण है और ट्रंप के दोषी ठहराए जाने के बाद इस चुनाव में बहुत कुछ दांव पर लगा है। अमेरिकी समय के अनुसार, मंगलवार को मोंटाना, न्यूजर्सी और न्यू मैक्सिको में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के प्राइमरी चुनाव होने हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के भी इन राज्यों के साथ ही वॉशिंगटन डीसी और दक्षिण डेकोटा में प्राइमरी चुनाव होने हैं।
प्राइमरी चुनाव में बहुत कुछ दांव पर
रिपब्लिकन पार्टी के वॉशिंगटन डीसी में मार्च में ही प्राइमरी चुनाव हो चुके हैं, जबकि दक्षिण डेकोटा में रिपब्लिकन पार्टी के प्राइमरी चुनाव रद्द हो गए थे। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से जो बाइडन इन प्राइमरी चुनाव में प्रतिस्पर्धा करेंगे। ट्रंप और बाइडन के इन चुनाव में आसानी से जीतने की उम्मीद है क्योंकि दोनों ही पार्टियों की तरफ से ये ही दोनों मुख्य उम्मीदवार बचे हैं। हालांकि इसके बावजूद इन चुनाव में काफी कुछ दाांव पर है।
दरअसल अगर रिपब्लिकन पार्टी के प्राइमरी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत का अंतर उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा तो इसका मतलब ये निकाला जाएगा कि शायद जघन्य मामले में दोषी पाए जाने के बाद लोग ट्रंप को वोट देने से हिचक रहे हैं। साथ ही राष्ट्रपति पद की दावेदार रहीं निक्की हेली ने अपनी उम्मीदवार वापस लेने के बाद बीते दिनों कहा था कि वह डोनाल्ड ट्रंप को वोट करेंगी। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि निक्की हेली के समर्थक भी ट्रंप का समर्थन कर सकते हैं, अगर ऐसा हुआ तो ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के आसार बढ़ जाएंगे और अगर ऐसा नहीं हुआ तो यकीनन ये ट्रंप के लिए चिंता की बात हो सकती है। ये प्राइमरी चुनाव राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए भी अग्निपरीक्षा के समान हैं। दरअसल इस्राइल हमास युद्ध में अपने स्टैंड को लेकर बाइडन आलोचकों के निशाने पर हैं। ऐसे में प्राइमरी चुनाव के नतीजों से तय हो जाएगा कि आम लोग इसे लेकर क्या सोचते हैं।
ट्रंप के वकील ने कोर्ट से की अपील
डोनाल्ड ट्रम्प के वकील ने न्यूयॉर्क के एक न्यायाधीश से उस आदेश को हटाने की मांग की है, जिसके तहत पूर्व राष्ट्रपति को आपराधिक मामले से जुड़े गवाहों, ज्यूरी सदस्यों और अन्य लोगों के बारे में टिप्पणी करने से रोक दिया गया था। ट्रंप पर सेक्स स्कैंडल को छिपाने के लिए रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का दोषी ठहराया गया था। इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ट्रंप पर मामले से जुड़े गवाहों, ज्यूरी सदस्यों और अन्य लोगों के बारे में टिप्पणी करने से रोक लगा दी गई थी। ट्रंप के वकील ने कहा कि अब मामले पर सुनवाई पूरी हो चुकी है। ऐसे में इस आदेश के लागू रहने का कोई मतलब नहीं है। ट्रंप के वकील ने कहा कि मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब 27 जून को राष्ट्रपति चुनाव की पहली बहस होने वाली है। ऐसे में ट्रंप पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग की ताकि वह खुलकर अपना पक्ष रख सकें।