रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही सूर्य देव दिखाएंगे तेवर, धरती पर सीधे पड़ेगी किरणें
ज्येष्ठ माह के पहले 9 दिनों को ज्योतिष शास्त्र में नौतपा कहा जाता है। इस दौरान सूर्य देव प्रचंड गर्मी से लोगों का हाल बेहाल कर देते हैं। पंडित हर्षित मोहन शर्मा के अनुसार, 24 मई से ज्येष्ठ माह शुरू हो रहा है और 25 मई से नौतपा शुरू हो जाएगा, जो करीब 9 दिनों के लिए रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में यह मान्यता है कि नौतपा के दौरान यदि भयंकर गर्मी पड़ती है तो यह अच्छे मानसून के आने का संकेत भी होता है। बारिश से पहले नौतपा तापमान सर्वाधिक होता है।
सूर्यदेव को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ महीने के पहले 9 दिनों के दौरान सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं। सूर्यदेव के इस बार 25 मई को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 8 जून तक रोहिणी नक्षत्र में ही रहेंगे। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, ज्येष्ठ माह में सूर्यदेव जब रोहिणी नक्षत्र में विराजमान रहते हैं तो सूर्य की किरणें धरती पर सीधी पड़ती है और इस कारण प्रचंड गर्मी पड़ती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल अच्छा मानसून आ सकता है और झमाझम बारिश हो सकती है।
नौतपा से जुड़ा वैज्ञानिक आधार
नौतपा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से खास है, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इसे बेहद खास माना जाता है। वैज्ञानिक भी यह मानते हैं कि नौतपा की अवधि के दौरान सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं, जिससे तापमान में बढ़ोतरी होती है। मैदानी इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है और इस कारण से समुद्री लहरों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। ऐसी परिस्थितियों के कारण ही चक्रवाती तूफान आने की संभावना बढ़ जाती है।