महिंद्रा एंड महिंद्रा पर ब्रोकरेज बुलिश, कंपनी के नेट प्रॉफिट में 31.6% का इजाफा

ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (M&M) के तिमाही नतीजे काफी शानदार रहे। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी के नेट प्रॉफिट में 31.6 फीसदी का इजाफा हुआ और यह 2,038.21 करोड़ दर्ज रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में महिंद्रा एंड महिंद्रा का शुद्ध लाभ 1,548.97 करोड़ रुपये था।

इस शानदार नतीजे की वजह से एनालिस्ट और इन्वेस्टर महिंद्रा के शेयरों पर काफी बुलिश हैं। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में जहां ओवरऑल मार्केट का माहौल ठंडा दिख रहा था, वहीं महिंद्रा के स्टॉक में जोरदार तेजी दिखी। इसमें 7 फीसदी से अधिक का उछाल आया और यह 2,522.00 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। अगर हाई की बात करें, तो यह एक वक्त 2,554.10 के स्तर को छू गया था।

महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) का टारगेट प्राइस

ब्रोकरेज टारगेट रेटिंग प्राइस
जेफरीज बाय2,900 रुपये
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज बाय 2,760 रुपये
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज बाय 2,720 रुपये
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज बाय 2,550 रुपये
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज बाय 2,550 रुपये
CLSA सेल 2,312 रुपये

महिंद्रा एंड महिंद्रा का टारगेट प्राइस

महिंद्रा के स्टॉक पर ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों का रुख बुलिश है। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने महिंद्रा के लिए ‘Buy’ रेटिंग को बरकरार रखा है। उसने टारगेट प्राइस को भी बढ़ाकर 2,760 रुपये प्रति शेयर कर दिया है, जो पहले 2,380 रुपये था।

घरेलू ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने महिंद्रा एंड महिंद्रा की कारोबारी संभावनाओं को काफी बेहतर बताया है। मोतीलाल ओसवाल ने भी M&M शेयरों पर ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखी है। उसने टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 2,720 कर दिया है।

एक अन्य घरेलू ब्रोकरेज कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की राय भी महिंद्रा के बारे में काफी सकारात्मक है। कोटक का कहना है कि महिंद्रा का ऑटोमोटिव डिवीजन काफी अच्छा कर रहा है और उसे ट्रैक्टर की डिमांड में भी मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से सुधार की उम्मीद है। इसने महिंद्रा के लिए टारगेट प्राइस 1,800 से बढ़ाकर 2,550 रुपये कर दिया है।

मार्च तिमाही में कैसी रही बिक्री?

महिंद्रा एंड महिंद्रा का मार्च तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू सालाना आधार पर 11.24 फीसदी बढ़कर 25,108.97 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान ऑटोमोबाइल सेगमेंट का प्रदर्शन काफी जोरदार रहा और बिक्री सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़कर 2,15,280 यूनिट तक पहुंच गई।

खेती में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी महिंद्रा की कमाई का अहम हिस्सा हैं। लेकिन, मार्च तिमाही में ट्रैक्टर बिक्री के नतीजे निराशाजनक रहे। महिंद्रा मार्च तिमाही में 71,039 यूनिट ट्रैक्टर ही बेच पाया। इसमें सालाना आधार करीब 20 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि इसमें जल्द ही सुधार होगा।

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