गोरखपुर के आमी नदी के किनारे युवती के साथ हुए गैंगरेप, आरोपी के तलाश में जुटी पुलिस
गोरखपुर के सहजनवा इलाके में आमी नदी के किनारे आजमगढ़ की युवती के साथ हुए गैंगरेप के दूसरे आरोपी को भी पुलिस ने पहचान लिया है। उसकी तलाश में दबिश चल रही है। फरार चल रहा युवक संतकबीरनगर में फल और सब्जी बेचता है। उधर, एनकाउंटर के बाद घायल मुख्य आरोपित ताहिर अभी जिला अस्पताल में भर्ती है। मंगलवार को डॉक्टर से बात करने के बाद पुलिस उसे कोर्ट में पेश कर जेल में दाखिल करा सकती है।
सहजनवा इलाके के रानूखोर गांव के पास आमी नदी के किनारे गुरुवार की रात में घर से नाराज होकर निकली आजमगढ़ की रहने वाली युवती के साथ संतकबीरनगर के रहने वाले दो युवकों ने गैंगरेप किया था। शुक्रवार भोर में एक युवती किसी तरह गांव पहुंची और पुलिस को सूचना दी। शनिवार भोर में सेक्टर 26 अंडरपास के पास एक युवक भागता दिखा पुलिस ने जब पीछा किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो उसके दाहिने पैर गोली लगी।
युवक की पहचान खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के ट्यूबवेल कालोनी मोतीनगर निवासी ताहिर अली पुत्र मो. हसन के रूप में हुई। आजमगढ़ बस स्टेशन से ही युवती को बहला फुसलाकर नौकरी दिलाने के नाम पर वह उसे लेकर गोरखपुर आया था। रात में अपने एक और साथी के साथ रानूखोर गांव के नदी किनारे जंगल में गैंगरेप किया था। पुलिस ने ताहिर के फरार साथी की तलाश शुरू कर दी है। एसपी नार्थ जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दूसरे आरोपित की पहचान कर ली गई है। जल्द ही उसे भी दबोच लिया जाएगा।
नेपाल भागने की फिराक में था ताहिर
ताहिर अली की पहचान में थोड़ी भी देरी होती तो वह नेपाल भाग जाता। पुलिस न सिर्फ सही समय पर उसकी पहचान करने में कामयाब हुई बल्कि नेपाल भागने के फिराक में लगे ताहिर को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। ताहिर इतना शातिर है कि उसने पहले भी आजमगढ़ की एक युवती को अपना शिकार बनाया था। युवती का अपहरण कर अपने घर ले आया था। हालांकि शादीशुदा ताहिर की बीवी को जब पता चला तब उसने युवती को छोड़ दिया था। आजमगढ़ बस स्टेशन पर मिली युवती की मजबूरी से वाकिफ होने के बाद उसने एक जाल बिछाकर उसे अपना शिकार बनाया हालांकि आधार कार्ड की वजह से वह पुलिस के हत्थे चढ़ गय
आधार कार्ड नहीं मिला होता तो पहचानना न होता आसान
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि आरोपित ताहिर का आधार कार्ड युवती के पर्स में मिलने पर उसे पकड़ना पुलिस के लिए आसान हो गया। नहीं तो उसकी पहचान करने में काफी दिक्कत होती। बताया कि सूचना पाकर जब पुलिस मौके पर आमी नदी के किनारे पहुंची तो मौका-ए वारदात से युवती का पर्स मिल गया। पर्स में आरोपित ताहिर का आधार कार्ड मिलने के बाद पुलिस वालों ने राहत की सांस ली। उनके पास अब आरोपित की पहचान थी बस उसे पकड़ना था।