बिहार: पटना HC का अहम फैसला, 4 हजार असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति का रास्ता साफ

पटना उच्च न्यायालय के आदेश के बाद राज्य के 13 विश्वविद्यालयों में लगभग चार हजार पदों पर सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) की ओर से साक्षात्कार की तैयारी आरंभ हो चुकी है। पहला साक्षात्कार मई में आरंभ होंगे।

इसके लिए आयोग की ओर से जल्द ही लीगल ओपिनियन लेकर आगे की प्रक्रिया आरंभ करेगा। आयोग की ओर से मनोविज्ञान विषय में साक्षात्कार पूरा हो चुका है, अब इसमें बैकलॉग के अनुसार बढ़ी सीटों के अनुपात में अभ्यर्थियों की साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। इसके बाद परिणाम जारी करने की कवायद होगी।

इसके अतिरिक्त नए विषयों की साक्षात्कार की भी प्रक्रिया मई से आरंभ होगा। आयोग की ओर से अब तक हिंदी सहित करीब एक दर्जन विषयों में नियुक्ति हो चुकी है। अब राज्य के विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों (असिस्टेंट प्रोफेसर) के 4,108 खाली पदों पर नियुक्ति जल्द होगी। इसमें 755 बैकलाग रिक्तियां शामिल हैं।

साक्षात्कार के लिए पूरी हो चुकी है स्क्रीनिंग प्रक्रिया आयोग के अध्यक्ष गिरीश कुमार चौधरी ने बताया कि आयोग के स्तर से सभी विषयों के लिए स्क्रीनिंग प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। अब जल्द ही लीगल ओपिनियन लेकर साक्षात्कार प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इसमें सबसे पहले उन विषयों का साक्षात्कार होगा, जिनका साक्षात्कार पहले हो चुका है, लेकिन रिजल्ट अभी जारी नहीं हुआ है। अब बैकलाग के तहत बढ़ी सीटों पर साक्षात्कार लिया जाएगा। इसके बाद सभी सीटों के लिए परिणाम जारी किया जाएगा।

महत्वपूर्ण विषयों में शिक्षकों के पद

गणित में 261, भौतिकी में 300, जन्तु विज्ञान में 285, पर्यावरण विज्ञान में 104, वनस्पति विज्ञान में 333, रसायनशास्त्र में 332, वाणिज्य में 112, अर्थशास्त्र में 268, अंग्रेजी में 253, भूगोल में 142, इतिहास में 316, राजनीतिक विज्ञान में 280, मनोविज्ञान में 424, दर्शनशास्त्र में 153, अंग्रेजी में 253, गृह विज्ञान में 83, संस्कृत में 76, समाजशास्त्र में 108, उर्दू में 100, मैथिली में 43, बांग्ला में 28, संगीत में 23, बायोकेमेस्ट्री में 05, एआइएच एंड सी में 55, शिक्षा शास्त्र में 10, नेपाली भाषा में एक।

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