लहसुन की रखवाली के लिए खेत में सोए किसान की धारदार हथियार से हत्या, जांच में जुटी पुलिस

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में लहसुन के फसल की देखरेख कर रहे एक किसान की हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि बडनगर के बलोडा लक्खा गांव में किशन सिंह छावड़ा की डेड बॉडी खेत में एक खटिये पर मिली है। किशन सिंह छावड़ा भारतीय किसान संघ के स्थानीय नेता भी हैं। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा, ‘पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और इस हत्या के पीछे की वजह जानने में लगी है।’ 50 साल के छावड़ा खेत में सोया करते थे। यह खेत उनके घर से करीब 1 किलोमीटर दूर है। वो इस खेत में लहसुन की फसल की देखरेख करने के लिए सोया करते थे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘सुबह में वो घऱ वापस नहीं लौटा। इसके बाद परिवार के सदस्य खेत पर गए यहां उन्होंने देखा कि किशन सिंह छावड़ा का शव खटिया पर पड़ा है और वो खून से सना हुआ है। उनके शरीर के ऊपरी हिस्से में खून लगा हुआ था। किसान के सिर पर धारदार हथियार से हमला करने के निशान मौजूद थे।’गांव वालों ने पुलिस को सूचना दिया कि लहसुन की फसल खेत से नहीं चुराई गई होगी इस हत्या के पीछे दुश्मनी वजह हो सकती है।
कृषि विशेषज्ञ और किसान नेता परमजीत सिंह ने कहा, ‘बीते दो महीनों में लहसुन का दाम 40,000 रुपया प्रति क्विंटल पहुंच गया है। काफी लंबे समय से यह 25,000 रुपया प्रति क्विंटल बिक रहा था। किसानों को उम्मीद है कि लहसुन के दाम आगे बढ़ेंगे। खराब बारिश की वजह से मंदसौर और नीमच में लहसुन का उत्पादन प्रभावित हुआ है। आने वाले दिनों में लहसुन के दाम और बढ़ने वाले हैं और यही वजह है कि किसान लहसुन को बचाने के लिए उसकी सुरक्षा कर रहे हैं।
किसान की हत्या पर राजनीति
बहरहाल इस हत्याकांड को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, ‘डॉक्टर मोहन यादव जी, आप राज्य के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री हैं। उज्जैन आपका गृह जिला है। ज्यादा अराजकता उज्जैन में ही हो रहा है, क्यों?’
हालांकि, बीजेपी ने इस मामले में कहा है कि पुलिस इसे लेकर कार्रवाई कर रही है और जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा। भाजपा प्रवक्ता, रजनीश अग्रवाल ने कहा, ‘जीतू पटवारी को हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक पर ध्यान दें। किसान की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण घटना है लेकिन पुलिस अपना काम कर रही है और आरोपी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’