आज है विश्व पाई दिवस, जानिए पहली बार कब सेलिब्रेट हुआ था यह दिन और अन्य अहम तथ्य
आज 14 मार्च, 2024 को दुनिया भर में विश्व पाई दिवस को सेलिब्रेट किया जा रहा है। मैथ्स सब्जेक्ट में दिलचस्पी रखने वाले स्टूडेंट्स, टीचर और अन्य लोगों के बीच में इस दिन को खासतौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। पाई के मूल्य की गणना सबसे पहले आर्कमिडीज ऑफ सिरैक्यूज़ नामक गणितज्ञ ने की थी। इसके बाद, लियोनहार्ड यूलर ने 1737 में पाई के सिंबल का यूज किया था। इसके बाद, साल 1988 में अमेरिकी भौतिक विज्ञानी लैरी शॉ ने पहला पाई दिवस मनाया था। इस खास दिन पर आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ अन्य तथ्य
-प्राचीन काल में पाई पर अध्ययन करने वाले आर्किमिडीज़ पहले व्यक्ति थे।
-अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म भी पाई दिवस पर हुआ था।
-पाई के पहले 31 अंकों में कोई शून्य नहीं है।
-कुछ लोग 10 नवंबर को भी पाई मनाते हैं, क्योंकि यह साल का 314वां दिन है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीक वर्णमाला में पाई सोलहवां अक्षर है और अंग्रेजी में भी पाई सोलहवां अक्षर है।
-पाई का उल्लेख मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाइबिल में मिलता है।
-साल 2009 से पाई दिवस को एक मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया गया है।
-राजवीर मीना ने मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाई के 70,000 अंकों को याद करने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, उन्होंने 2015 में रिकॉर्ड बनाया था।
-वर्ष 1988 में अमेरिकी भौतिक विज्ञानी लैरी शॉ ने पहला पाई दिवस सेलिब्रेट किया था।
– पिछले साल यानी कि साल 2023 में अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस या पाई दिवस की थीम ‘सभी के लिए गणित (Mathmatics for Everyone)’ थी।