पंजाब में विधानसभा बजट सत्र शुरू, हंगामे के बीच राज्यपाल ने दस मिनट में अभिभाषण किया खत्म
एक मार्च से पंजाब विधानसभा का बजट (Punjab Assembly Budget) सत्र शुरू हो गया है। राज्यपाल का अभिभाषण से पूर्व ही कांग्रेस के नेता अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा,सुखपाल सिंह खेहरा सहित सभी कांग्रेस के विधायकों ने किसान आंदोलन को लेकर मामला उठाया। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान शुभकरण सिंह के मारे जाने का मामला उठाया और कहा कि उसे श्रद्धांजलि दी जाए।
जीरो एफआईआर रद्द करवाने पर अड़े कांग्रेसी नेता
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि यह बहस का मुद्दा नहीं है। उन्हें अपना अभिभाषण कंप्लीट कर लेने दे। उसके बाद बहस के दौरान आप सभी इसमें भाग ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहस के लिए आपके पास उपयुक्त समय होगा आप जितना मर्जी चाहे बोल सकते हैं। लेकिन कांग्रेसी नेता इसी बात पर अड़े रहे कि पहले तो जीरो एफआईआर को रद्द करके उसे सही तरीके से केस दर्ज किया जाए और हरियाणा सरकार को ताकीद किया जाए कि वह बैरिकेड हटाए, उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग भी की।
राज्यपाल के अभिभाषण में कांग्रेसी विधायकों ने की नारेबाजी
राज्यपाल ने अपना अभिभाषण शुरू कर दिया है लेकिन कांग्रेसी विधायक लगातार बल में जाकर नारेबाजी कर रहे हैं। राज्यपाल बीच-बीच में उन्हें अपनी सीटों पर जाकर बैठने को कह रहे हैं और यह भी कह रहे हैं कि उनके पास बहस के लिए काफी समय है। मेरा अभिभाषण खत्म होने के बाद आप इस पर होने वाली बहस में अपना पक्ष रख सकते हैं।
प्रदर्शन किसानों का अधिकार- संदीप जाखड़
कांग्रेस विधायक संदीप जाखड़ ने कहा कि प्रदर्शन किसानों का अधिकार है, उन्हें दिल्ली जाने से नहीं रोका जाना चाहिए था। जाखड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा लोगों को जेल में डालना गलत है, पंजाब सरकार को हरियाणा सरकार से बात करनी चाहिए थी। जाखड़ ने कहा कि ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर सरकार को सदन में घेरा जाएगा।
सदन की कार्यवाही दोपहर तक हुई रद्द
राज्यपाल ने अभिभाषण की कुछ पंक्तियां पढ़कर ही इसे समाप्त कर दिया है और कहा है कि इसे पढ़ा समझा जाए। यह पहला मौका है कि जब इस तरह राज्यपाल का अभी भाषण मात्र 10 मिनट में ही समाप्त हो गया हो। इससे पहले भी विपक्ष के विधायक शोरगुल करते आए हैं लेकिन राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ते रहे हैं लेकिन ये पहला मौका है जब राज्यपाल ने मात्र कुछ पैरा पढ़कर ही अभिभाषण को समाप्त कर दिया है । राष्ट्रगान के बाद सदन की कार्यवाही को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
विपक्ष के विधायक जब काफी शोरगुल कर रहे थे तो स्पीकर कुलतार सिंह संधवां राज्यपाल के कान में जाकर कुछ कहा और उसके तुरंत बाद ही राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने जय हिंद कहते हुए अभिभाषण को समाप्त कर दिया।