उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बारिश-बर्फबारी से लोगों की बढ़ी मुशिकलें, मैदानी इलाकों में गिरा पारा

उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में बारिश-बर्फबारी के बाद लोगों की मुशिकलें भी बढ़ गईं हैं। बारिश के बाद पर्वतीय और मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट होने के बाद लोगों को ठंड का ऐहसास हो रहा है। बर्फबारी के बाद बदरीनाथ हाईवे, हनुमान चट्टी से आगे धाम तक अवरुद्ध हो गया।

गोपेश्वर-चोपता-केदारनाथ मार्ग पर कांचुला खर्क में बर्फ जमी होने से यातायात बाधित रहा। बर्फबारी से पिथौरागढ़ से थल-मुनस्यारी सड़क नौ घंटे बंद रही। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने मंगलवार शाम बताया कि बदरीनाथ हाईवे से बर्फ हटाने का काम जारी है। कांचुला खर्क क्षेत्र में सड़क पर बर्फ जमने से आवाजाही बाधित थी।

यहां बर्फ हटाने का काम रात सात बजे पूरा हो गया और हाईवे पर यातायात सुचारु हो गया। उधर, हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक भारी बर्फ जमी है। इधर, देहरादून-मसूरी में मंगलवार को मौसम करवटें बदलता रहा। सूरज और बादलों की लुकाछिपी के बीच जिले के विभिन्न क्षेत्रों बूंदाबादी हुई।

बर्फबारी से नौ घंटे बंद रही थल-मुनस्यारी सड़क

पिथौरागढ़, वरिष्ठ संवाददाता। मुनस्यारी और खलिया के आस पास के क्षेत्रों में भी जमकर बर्फबारी हुई है। मानसरोवर यात्रा पथ के साथ ही चीन सीमा से लगे माइग्रेशन गांवों ने भी बर्फ की मोटी चादर ओढ़ ली है। सुबह कई जगह कोहरा छाए रहने से भी लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

बर्फबारी से थल-मुनस्यारी सड़क नौ घंटे बंद रही। मौसम का सोमवार को मिजाज बदलने के बाद देर सांय से हिमालयी क्षेत्रों के गांवों के साथ ही नीचले इलाकों में भी कई जगह बारिश और बर्फबारी हुई। मुनस्यारी में मंगलवार तड़के हिमपात हुआ। मिलम में 3 फीट, खालिया में 2 फीट, कालामूनी में डेढ़ फीट, बेतुलीधार में 1 फीट से अधिक बर्फबारी हुई है।

मुनस्यारी में सीजन का दूसरा हिमपात

मुनस्यारी शहर और उसके आस पास के क्षेत्रों में तीन इंच से अधिक हिमपात हुआ है। चीन सीमा से लगे सीपू, मार्छा, गुंजी, नाभी के साथ ही इस पूरे इलाके में दो फीट से अधिक ताजा हिमपात हुआ है। जिससे यहां पूरे जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मिलम में माइनस तीन, गुंजी में माइनस चार, मुनस्यारी में तापमान न्यूनतम 1 डिग्री दर्ज किया गया।

धारचूला में 19 बंगापानी में 17 एमएम हुई बारिश

पिथौरागढ़ के  धारचूला में 19 एमएम से अधिक बारिश हुई है। बंगापानी तहसील व उसके आस पास के इलाकों में 17 एमएम बारिश दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में यहां जिला मुख्यालय में 8.20, गंगोलीहाट में 5, डीडीहाट 6.60एमएम बारिश दर्ज की गई है।

बेरीनाग में 11, मुनस्यारी में 10.20, तेजम में 16,9 थल में 10, देवलथल में 8.40 एमएम बारिश हुई है। कनालीछीना में 7.30 व गणाई गंगोली में 2.00 बारिश हुई है।

सीमा पर तैनात जवानों की मुश्किल बढ़ी

पिथौरागढ़ के चीन सीमा से लगी अग्रिम चौकियों में तैनात जवानों की मुश्किल बर्फबारी ने बढ़ा दी है। इन क्षेत्रों में कई जगह चार फीट से अधिक बर्फबारी हुई है। जिससे सीमा पर तैनात जवानों को आवाजाही में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मुनस्यारी में पर्यटकों ने बर्फबारी का उठाया लुत्फ

मुनस्यारी में बर्फबारी के बाद पर्यटक उत्साहित हैं। मंगलवार को पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। कोलकाता से यहां पहुंचे पर्यटक अभिषेक बैनर्जी ने कहा कि उन्होंने जीवन में पहली बर्फबारी होते देखा है। उन्होंने मुनस्यारी के सौंदर्य की प्रशंसा की।

चीन सीमा पर गांवों में आवाजाही ठप

दारमा घाटी व व्यास घाटी के गांवो में बर्फबारी जारी है। सोमवार रात को क्षेत्र में एक फुट और पहाड़ों में दो फुट से अधिक बर्फबारी हो गई है। ग्राम दांतू के होम स्टे संचालक मनोज दताल ने बताया की पिछले दो दिन से लगातार बर्फबारी हो रही है। गुंजी प्रधान सुरेश गुंज्याल व भूपेंद्र गुंज्याल ने बताया की कल से लगातार बर्फबारी होने सड़क निर्माण कार्य भी बंद हो गया है।

चौकोड़ी में अब तक नहीं हुआ हिमपात  

पिथौरागढ़ सीमांत में चौकोड़ी में अब तक हिमपात नहीं हुआ है। बर्फबारी नहीं होने से बीते सालों की अपेक्षा पर्यटकों की आवाजाही कम हो गई है। पर्यटक आवास गृह के प्रबंधक दीप पंत कहना है कि मौसम के कारण कारोबार 50 फीसदी तक कम हो गया है।

चंपावत में सबसे अधिक 35 एमएम बारिश 

चम्पावत। चम्पावत में मौसम दिन भर करवट बदलता रहा। बीते 24 घंटे में बनबसा में सर्वाधिक 35 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। चम्पावत में मंगलवार को मौसम का मिजाज बदलता रहा। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक यहां न्यूनतम तापमान तीन और अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

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