उत्तराखंड: मसूरी में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नौ होटल किए सील, बिजली-पानी का काटा कनेक्शन

मसूरी में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नौ होटल सील किए हैं। ये सभी होटल बोर्ड की एनओसी के बगैर चल रहे थे। इन होटल के बिजली और पानी के कनेक्शन भी काट दिए गए हैं। बुधवार को उत्तराखंड पॉल्यूशन बोर्ड, मसूरी विद्युत विभाग, गढ़वाल जल संस्थान, स्थानीय प्रशासन और मसूरी पुलिस की संयुक्त टीम ने यहां होटलों के खिलाफ कार्रवाई की। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर डॉ. आरके चतुर्वेदी ने बताया कि सभी होटलों को संचालित करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी लेने जरूरी होती है।
पूर्व में भी एनजीटी के आदेश पर मसूरी के होटलों का सर्वे हुआ था। इस पर इनके इलेक्ट्रिक पैनल सीज कर इनके संचालन पर रोक लगा दी गई है। इस मौके पर डॉ. आरके चतुर्वेदी रीजनल अधिकारी उत्तराखंड पॉल्यूशन बोर्ड, टीएस रावत सहायक अभियंता गढ़वाल जल संस्थान, एसडीओ विद्युत विभाग पंकज थपलियाल, प्रभारी निरीक्षक अरविंद चौधरी मौजूद रहे।
इन होटलों पर की गई कार्रवाई
रीजनल अफसर चतुर्वेदी के मुताबिक होटल ग्रीन व्यू, अशोका प्लाजा, उर्वशी पैलेस, प्लाजो, कामाक्षी ग्रैंड, रूडीशन तारा, वाइल्ड फ्लावर, हेवन व्यू रिजॉर्ट और होटल एलिगेंट हिल शामिल हैं। सीज किए गए होटलों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी लेनी होगी। इसके बाद ही उन्हें संचालित करने की अनुमति दी जाएगी।
पुरोला मामले में डीएलएम रामनगर को चार्जशीट
पुरोला में बड़ी संख्या में हुए पेड़ों के अवैध कटान मामले में डीएलएम-रामनगर रामकुमार को वन निगम ने चार्जशीट थमा दी है। बता दें कि तब रामकुमार वहां बतौर डीएलएम कार्यरत थे। वन विभाग की जांच के बाद उनको निलंबित किया गया था। अब अवैध कटान का मामला ज्यादा उछलने के बाद वन निगम ने उनको चार्जशीट दे दी है।
पहाड़ कटान की निविदा में धांधली का आरोप
प्रधान संगठन कालसी के पूर्व उपाध्यक्ष श्रीचंद तोमर ने नराया-फेडूलानी सड़क पर पहाड़ कटान के लिए आमंत्रित की गई निविदा में धांधली का आरोप लगाया है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पहाड़ कटान को लेकर निविदा तीन फरवरी को खोली गई, लेकिन विभाग ने यह काम अपने चहेते ठेकेदार को दिया है।