पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान AI के माध्यम से ऑनलाइन लोगों को किया संबोधित, पढ़ें पूरी खबर…
पड़ोसी देश पाकिस्तान में दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के बीच डाल-डाल और पात-पात का खेल चल रहा है। यह लड़ाई पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, जो इन दिनों जेल में बंद हैं, और नवाज शरीफ के बीच चल रही है, जो इन दिनों अदालतों का चक्कर काट रहे हैं। फरवरी में होने वाले आम चुनावों से पहले पाकिस्तान में सियासी तिकड़मबाजी जोरों पर है। इसी वजह से इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (PTI) को देश में चुनावी रैलियां करने की इजाजत नहीं है।
हालांकि, इमरान खान और उनके समर्थकों ने तकनीक के इस युग में उस प्रतिबंध का भी तोड़ निकाल लिया और पिछले दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से ऑनलाइन लोगों को संबोधित किया। इमरान खान का यह ऑनलाइन भाषण पाकिस्तान में खूब सुना जा रहा है। यूट्यूब पर अपलोड होते ही पहले 12 घंटों में उसे 15 लाख लोग देख चुके थे। पिछले रविवार (17 दिसंबर) को इमरान खान के समर्थकों ने वर्चुअली करीब पांच घंटे की ऑनलाइन रैली की। इसमें AI तकनीक का इस्तेमाल कर जेल में बंद इमारन खान का लिखा चार मिनट का ऑडियो क्लिप भी सुनाया गया।
खान की वर्चुअल रैली को बाधित करने की कोशिश:
जब इमरान खान की पार्टी की सोशल मीडिया टीम इस वर्चुअल पॉवर शो की स्ट्रीमिंग कर रही थी, तब पाकिस्तान में इंटरनेट की स्पीड कम कर दी गई थी। अमेरिकी मैग्जीन टाइम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त पाकिस्तान में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पहुंच कम हो गई थी। ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने रैली से पहले ऐसे व्यवधान उत्पन्न किए थे,जिसने देश के आगामी चुनाव की निष्पक्षता के बारे में चिंताओं को और बढ़ा दिया है।
शरीफ का खान के खिलाफ साम, दाम, दंड, भेद:
इस बीच चुनाव आयोग पर खान के प्रतिद्वंद्वी, पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ को फायदा पहुंचाने के भी आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप है कि पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने शरीफ के इशारे पर निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं में संशोधन कर दिया है। इसके अलावा पाकिस्तान में मुख्यधारा की मीडिया में इमरान खान के नाम या उनकी तस्वीर छापने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है, और उनके हजारों सहयोगियों और समर्थकों के घरों पर छापे मारे जा रहे हैं और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
इन कार्रवाइयों को शरीफ का साम, दाम,दंड, भेद फार्मूला बताया जा रहा है, जिसके जरिए वह अगले चुनाव में पाकिस्तान की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं। AI अवतार में भी इमरान खान ने रविवार को अपने भाषण में कहा, “हमारे लोगों का अपहरण किया जा रहा है और उनके परिवारों को परेशान किया जा रहा है।”
खान, जो सर्वे में इस साल मार्च तक पाकिस्तान के सबसे लोकप्रिय राजनेता बने रहे, को अप्रैल 2022 में देश के शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान द्वारा अपदस्थ कर दिया गया था। इसके बाद अगस्त में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। तोशखाना मामले में उन्हें तीन साल जेल की सजा सुनाई गई है। जमानत मिलने के बावजूद, उन्हें कथित तौर पर खुफिया दस्तावेज़ लीक करने के आरोप में जेल में रखा गया है। उनका आरोप और दावा है कि उन पर लगे भ्रष्टाचार या अन्य आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।