टनल हादसे में लोगों पर पीएम मोदी की नजर, देर रात उच्च अधिकारियों के साथ की बैठक

पीएम मोदी (PM Modi) उत्तरकशी टनल हादसे पर लगातार नजर बनाए हुए रखे हुए हैं। टनल हादसे में फंस 41 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू अभियान पर पीएम मोदी ने सोमवार देर रात उच्च अधिकारियों के साथ बैठक ली। पीएम मोदी ने हर हाल में टनल सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का सख्त निर्देश दिए हैं।

पीएम मोदी रेस्क्यू मिशन से जुड़ी पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। पीएम मोदी का कहना था कि टनल में फंसे सभी 41 लोगों को हर हाल में सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा, और इसके लिए हाईटैक तकनीक से लेकर एक्सपर्ट की भी राय ली जाएगी। विदित हो कि पीएमओ के वरिष्ठ अफसर भी उत्तरकाशी में डेरा डाले हुए हैं।

उत्तराखंड सरकार के साथ समन्वय के साथ ही रेस्क्यू अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी ने मंगलवार सुबह उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर उत्तरकाशी टनल हादसे पर अपडेट लिया है। लगातार दूसरे दिन पीएम मोदी ने फोन पर सीएम धामी से टनल हादसे से जुड़ी हर जानकारी जुटाई।

सीएम धामी की आरे से टनल में फंसे 41 लोगों को सकुशल बाहर निकालने के लिए सरकार की आरे से किए जा रहे प्रयासों पर भी पीएम मोदी को अपडेट किया गया। टनल में फंसे लोगों को खाने से लेकर अन्य जरूरी चीजों के बारे में अवगत कराया गया। 

पीएम मोदी ने सीएम धामी को आश्वासान दिया कि टनल में फंसे लोगों को बाहर निकलाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता दी जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि टनल के अंदर फंसे लोगों का हौसला बनाए रखने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। 

मलबे को भेद मजदूरों तक पहुंचा उम्मीदों का पाइप

सिलक्यारा टनल के भीतर फंसे लोगों तक पर्याप्त ऑक्सीजन, खाद्य सामग्री पहुंचाने के लिए छह इंच की पाइप लाइन डालने में सफलता मिल गई है। रविवार रात 12 बजे से जारी ड्रिलिंग के बाद सोमवार अपराह्न साढ़े तीन बजे के करीब छह इंच के पाइप का दूसरा सिरा मलबे के पार मजदूरों के पास पहुंच गया।

पाइप से पहली बार फंसे लोगों तक खिचड़ी पहुंचाई गई। एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलको और डीएम अभिषेक रुहेला ने शाम को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 53 मीटर पाइप ड्रिल किया गया है।

दो दिन पहले रेस्क्यू टीम ने मलबे के भीतर छह इंच की पाइप लाइन बनाने का काम शुरू किया था। सख्त वस्तु के बीच में आ जाने की वजह से पाइप की दिशा बदल गई थी। रविवार रात करीब 12 बजे नए पाइप लेकर नए सिरे से ड्रिलिंग शुरू कर दी गई थी।

खलको ने बताया कि अब तक पहली प्राथमिकता छह इंच की लाइफ सपोर्ट पाइप लाइन को सफलतापूर्वक टनल में ड्रिल करना था, जिसे ब्रेक थ्रू करने में हम कामयाब रहे हैं। कुछ दिन पहले भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद एहतियात के तौर पर ऑगर मशीन से काम को रोक दिया गया था। ऑगर मशीन से मजदूरों तक पहुंचने का विकल्प प्राथमिकता में है। 

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