अरविंद केजरीवाल ने CBI को भेजा मुख्य सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप वाली रिपोर्ट
दिल्ली सरकार ने बामनोली जमीन अधिग्रहण की रिपोर्ट सीबीआई और ईडी को दी है। दिल्ली सरकार की सतर्कता मंत्री आतिशी ने यह रिपोर्ट तैयार की थी। सूत्रों ने कहा दावा किया इसके बाद सीबीआई और ईडी को जमीन अधिग्रहण से जुड़ी रिपोर्ट सौंपते हुए कहा गया है कि प्रथम दृष्टया इसमें मुख्य सचिव नरेश कुमार की भूमिका जमीन अधिग्रहण के मामले में नजर आ रही है। हालांकि, नरेश कुमार ने इस मामले में अपनी किसी भी तरह की भूमिका होने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि इस तरह के आरोप लगा कर उनपर कीचड़ उछालने की कोशिश की गई है।
सतर्कता मंत्री आतिशी की 670 पन्नों की रिपोर्ट इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कार्यालय की तरफ से उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट में नरेश कुमार को सस्पेंड करने की मांग की गई थी। साथ ही साथ यह भी कहा गया था कि इस स्कैम के तहत 897 करोड़ की कमाई की गई है।
सूत्रों ने कहा कि सीएम के निर्देश के बाद इस रिपोर्ट को सीबीआी और ईडी के पास भेजा गया है। द्वारका एक्सप्रेस के लिए साउथ वेस्ट दिल्ली के बामनोली गांव की 19 एकड़ भूमि का मुआवजा 41 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 353 करोड़ रुपया किया गया था। हालांकि रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह डील 897 करोड़ रुपये की थी।
आरोप है कि साल 2018 में जिस जमीन अधिग्रहण के लिए करीब 41 करोड़ रुपये का मुआवजा तय किया गया था उसे बढ़ाकर 300 करोड़ से ज्यादा कर दिया गया। आरोप है कि जमीन की कीमत बढ़ाने से जिसको फायदा था उसी शख्स के दामाद की कंपनी में मुख्य सचिव नरेश कुमार के बेटे करण चौहान काम करते हैं और कंपनी को लाभ पहुंचाने की मकसद से कीमत बढ़ाई गई थी। आरोप है कि दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने अपने बेटे की कंपनी को अवैध तरीके से 800 करोड़ रुपये से ज्यादा का लाभ पहुंचाया।