प्रदूषण के कारण दिल्ली-UP से पहाड़ दौड़े टूरिस्ट, उत्तराखंड में 70% से ज्यादा होटल बुक

दिल्ली-NCR, हरियाणा यूपी के महानगरों में जानलेवा स्तर तक पहुंच चुके प्रदूषण के कारण लोग उत्तराखंड के पहाड़ों की तरफ दौड़ रहे हैं। दीपावली पर नैनीताल, मुक्तेश्वर, भीमताल, मसूरी आदि टूरिस्ट स्पॉट पर्यटकों से पैक हो गए हैं। पर्यटक स्थलों में 70 फीसदी से अधिक होटल बुक हो चुके हैं। बुकिंग करवाने वालों में सबसे ज्यादा दिल्ली, एनसीआर और हरियाणा के पर्यटक हैं।
दीपावली और बढ़ती सर्दियों के बीच नैनीताल और आसपास पहली बार पर्यटकों की भीड़ नजर आ रही है। दिल्ली से आए पर्यटक अंकित गुप्ता बताते हैं, इसकी सबसे बड़ी वजह महानगरों में फैल रहा प्रदूषण और पूरे दिन वहां लगी रहने वाली धुंध है। इससे बचने के लिए लोग पहाड़ों का रुख कर रहे हैं।
गाजियाबाद के नीलेश सैनी कहते हैं, अदालत ने पटाखे फोड़ने पर रोक लगाई है। इससे दीपावली भी अब लोग बढ़िया मौसम में मनाना चाह रहे हैं। इन सबके बीच कामकाजी लोगों को लगातार पांच दिन की छुट्टियां भी मिल गई हैं। ऐसे में लोग त्योहार और छुट्टियों का आनंद खुशनुमा मौसम में लेने के लिए नैनीताल की तरफ भाग रहे हैं।
नैनीताल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट कहते हैं, छुट्टियों के चलते पिछले कई दिनों से एडवांस बुकिंग का दौर चल रहा है। कुल बुकिंग का लगभग पचास फीसदी तक दिल्ली एनसीआर के पर्यटकों से ही मिल रहा है। इसका एक कारण इन इलाकों में वायु प्रदूषण का बहुत अधिक बढ़ जाना भी रहा है। पर्यटन के साथ ही अच्छी सेहत के लिए भी लोग इन दिनों पहाड़ों का रूख कर रहे हैं।
होम स्टे की मांग बहुत तेजी से बढ़ी
होटलों के बजाए पहाड़ी गांवों के होम स्टे की मांग तेजी से बढ़ रही है। नैनीताल जिले में ही 300 से अधिक होम स्टे हैं। नौकुचियाताल में होम स्टे चलाने वाले नवीन पंत ने बताया कि पिछले साल दीपावली पर होमस्टे पूरी तरह से खाली था। पर इस साल एक हफ्ते तक की बुकिंग मिल गई है। दिल्ली के पर्यटक आ रहे हैं। इस बार की दीपावली पर्यटकों के साथ ही मनाई जाएगी।
होटल स्टाफ को छुट्टियां मिलना भी मुश्किल
पर्यटकों की बुकिंग के चलते होटलों में इस बार स्टाफ को ज्यादा छुट्टियां भी नहीं मिल पा रहीं। होटल संचालक रवि के अनुसार बुकिंग देखकर लग रहा है कि भीड़ अधिक रहेगी। ऐसे में स्टाफ की दीपावली पर छुट्टी कम की है।
नैनीताल में भी 55 तक पहुंचा पीएम 2.5 का स्तर
मैदानी इलाकों का प्रदूषण पहाड़ की हवा भी प्रभावित कर रहा है। नैनीताल के पहाड़ी इलाकों में अमूमन 15 से 20 तक बना रहने वाला पीएम 2.5 का स्तर बीते चार दिनों से दोपहर के समय 55 से 60 के बीच पहुंच गया है। इसका कारण मैदानों से बहने वाली गर्म हवा है। गुरुवार सुबह तक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 400 से 450 के स्तर तक पहुंच चुका था।