मुंबई में वायु प्रदूषण को लेकर BMC सख्त, सोना और चांदी गलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की
मुंबई, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शहर में बिगड़ते वायु प्रदूषण के बीच दक्षिण मुंबई के कालबादेवी और जवेरी बाजार क्षेत्र में सोने और चांदी गलाने वाली इकाइयों की चार चिमनियों को ध्वस्त कर दिया है। बीएमसी अधिकारियों के अनुसार, उनके सी-वार्ड ने इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की है, क्योंकि वे महानगर में वायु प्रदूषण बढ़ा रहे थे।
बीएमसी के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को मुंबई का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगभग 150 या “मध्यम” रहा। आभूषण बनाने के व्यवसाय और संबद्ध गतिविधियों के हिस्से के रूप में सोने और चांदी को गलाने वाली इकाइयों में पिघलाया जाता है।
बीएमसी ने वायु प्रदूषण को लेकर शुरू किया अभियान
अधिकारियों ने कहा कि जहां कीमती धातुओं को भट्ठी में पिघलाया जाता है, वहीं गैसीय उपोत्पाद चिमनी के माध्यम से हवा में छोड़े जाते हैं। हालांकि, जब ऐसे धुएं को वैज्ञानिक उपचार के बिना छोड़ा जाता है, तो वे मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करते हैं। उन्होंने कहा, “चूंकि ये खतरनाक गैसें शहर के प्रदूषण को बढ़ाती हैं, इसलिए बीएमसी ने वायु प्रदूषण मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है।”
मुख्यमंत्री शिंदे ने बीएमसी को दिया निर्देश
अधिकारी ने कहा कि बीएमसी के भवन और कारखाने विभाग ने सी-वार्ड में धनजी मार्ग और मिज़ा मार्ग पर चार ऐसी गलाने वाली इकाइयों को बेदखल कर दिया है। बुधवार को जारी बीएमसी विज्ञप्ति के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नागरिक निकाय को मुंबई में वायु प्रदूषण और धूल को नियंत्रण में लाने के लिए उपाय करने का निर्देश दिया है।
निर्देश पर कार्रवाई करते हुए बीएमसी ने धूल नियंत्रण के लिए लगभग 650 किलोमीटर लंबी सड़क पर पानी के छिड़काव सहित सभी 24 नगर निगम वार्ड में प्रदूषण के खिलाफ कदम उठाना शुरू कर दिया है।
बीएमसी ने हाल में मुंबई में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसने ‘डेवलपर’ और बुनियादी ढांचे का काम करने वालों को अपने निर्माण स्थलों पर स्प्रिंकलर (पानी का छिड़काव करने वाली) और ‘फॉगिंग’ मशीनें खरीदने के लिए एक महीने का समय दिया है। इसका अनुपालन नहीं करने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।