HPCL के शेयरों में बढ़त, तिमाही नतीजों के बाद निवेशकों ने जमकर खरीदे कंपनी के स्टॉक
देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी में से एक हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) है। कंपनी ने सोमवार को सितंबर तिमाही के नतीजों का एलान किया है। इस नतीजें में कंपनी ने बताया कि उनका नेट प्रॉफिट इस तिमाही 5,827 करोड़ रुपये रहा। बीते तिमाही कंपनी घाटे में कारोबार कर रही थी जो इस तिमाही गोटे के दौर से निकलकर मुनाफे में बदल गई है।
तिमाही नतीजों के एलान के बाद कंपनी के शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। आज कंपनी के शेयर सुबह 263.75 रुपये प्रति शेयर पर खुले थे। इसके बाद लगभग 10 बजे कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिली। अभी भी कंपनी के स्टॉक में उतार-चढ़ाव जारी है। खबर लिखते वक्त कंपनी के शेयर14.80 अंक की बढ़त के साथ 276.90 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रही है।
HPCL के तिमाही नतीजे
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड ने बताया कि मार्केटिंग मार्जिन में बढ़ोतरी के बाद इनकम में सुधार ने सितंबर तिमाही में कंपनी को मुनाफे के दौर में वापस ले आया है। के बाद सितंबर तिमाही में मुनाफे में वापसी हुई। जुलाई-सितंबर 2023-24 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 5,826.96 करोड़ रुपये दर्ज हुआ। वहीं, स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि एक साल पहले की अवधि में कंपनी को 2,475.69 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
मार्केटिंग मार्जिन में बढ़ोतरी ने कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संशोधन पर रोक से पिछले साल दरें ऊंची होने पर हुए नुकसान की भरपाई करने में मदद मिली।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में डाउनस्ट्रीम तेल रिफाइनिंग और मार्केटिंग कारोबार से टैक्स के बाद की कमाई 6,984.60 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले की समान अवधि में 2,462.57 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। पिछले साल यानी 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद वैश्विक तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद एचपीसीएल, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने कीमतें कम कर दीं। यह उपभोक्ताओं को मूल्य अस्थिरता से बचाने के उद्देश्य से था।
वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल 2022 से मार्च 2023) में घाटा हुआ। एचपीसीएल को अप्रैल-सितंबर 2022 में 15,118.41 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। हालांकि, इस साल उसने अप्रैल-सितंबर में 16,389.55 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई की। इस साल जुलाई-सितंबर में कंपनी का राजस्व पिछले साल के 1.13 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 1.02 लाख करोड़ रुपये हो गया।