इजरायली पीड़ित परिवारों ने कई देशों से की हमास पर दबाव डालने की आपील

इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध लगातार भयावह होता जा रहा है। दोनों के बीच जारी संघर्ष में अब तक 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। वहीं, हमास ने इजरायल पर हमला कर 240 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया है। इस बीच, बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों ने दुनिया के कई देशों से उनकी रिहाई के लिए हमास पर दबाव डालने की अपील की है।

कई देशों की यात्रा पर निकला पीड़ित परिवार

वहीं, हमास द्वारा बंधक बनाए गए कई लोगों के परिवारों ने इजरायल को छोड़ दिया है और वे दुनिया के कई देशों में जाकर इस घटना के बारे में बता रहे हैं ताकि लोगों में हमास के इस बर्बरता की यादें ताजा बनी रहे। वे लोग पेरिस, अटलांटा, लंदन, शिकागो,  वियना और साइप्रस द्वीप की यात्रा कर रहे हैं।

बंधकों की रिहाई के लिए हमास पर पूरी दुनिया डाले दबाव

वहीं, हमास ने कहा कि वह इजरायल को छोड़कर अन्य 28 देशों के बंधकों को रिहा कर देगा। हमास द्वारा बनाए गए बंधकों में याफा अदार की सबसे पहली तस्वीर सामने आई थी। हालांकि, उनकी रिहाई अभी तक नहीं हो पाई है। वहीं, उनकी पोती अदवा अदार ने कहा कि यह सुनकर बहुत डर लगता है कि उनकी दादी को हमास ने बंधक बनाया है यह एक पुरानी खबर है।

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को बंधकों की रिहाई के लिए हमास पर दबाव डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी दादी और मेरे चचेरे भाई को हमास ने बंधक बना लिया है। हालांकि, उनके पास अन्य कोई राष्ट्रीयता नहीं है, जिसके कारण उन दोनों का घर वापस आना संभव नहीं हो पा रहा है।

हमास ने तीन साल की बच्ची को बनाया है बंधक

हमास ने इजरायल के रहने वाले एक तीन साल के बच्ची को भी बंधक बना लिया है। वहीं, बंधक बनाई गई तीन वर्षीय अबीगैल की चाची ताल एडन ने कहा कि मैं हमास के इस कृत्य से वास्तव में गुस्से में हूं। परिवार ने अबीगैल के माता-पिता को दफनाया और शोक मनाया, जो उस दिन मारे गए थे। उन्होंने इजरायली सरकार पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उनके पास किसी भी चीज की जानकारी नहीं है और वे हमें कुछ नहीं बताते हैं।  

कई देशों से मदद मांग रहे इजरायली नागरिक

मालूम हो कि इजरायली नागरिक अपने परिजनों की रिहाई के लिए जर्मनी, फ्रांस और अमेरिका सहित कई देशों से सहायता मांग रहे हैं। उनका कहना है कि इजरायल उनके परिवारजनों की रिहाई कराने में असमर्थ है।

बंधक को छुड़ाने की हो पहली प्राथमिकता

आयलेट सेला ने पेरिस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसी भी चीज से पहले बंधकों को वापस लाने की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वार्ता के मेज पर यह एकमात्र चीज होनी चाहिए। हालांकि, यह होता नहीं दिख रहा है। मालूम हो कि आयलेट सेला के परिवार के सात सदस्यों को गाजा में बंधक बनाया गया है।

सप्ताह में तीन बार संपर्क करते हैं अधिकारी

वहीं, गिलाद कोर्नगोल्ड, जिनके बेटे, बहू और दो पोतों को हमास ने बंधक बनाया है, उन्होंने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि इजरायली सरकार का एक अधिकारी सप्ताह में तीन बार परिवार के संपर्क में रहता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी कहते हैं कि इजरायल बंधकों की घर वापसी के लिए जो भी संभव होगा वह करेगा।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker