BAN vs ENG: बांग्‍लादेश के पास जमकर रन बनाने का मौका, जानें क्या है प्लान…

वनडे विश्व कप के पहले मैच में क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला की आउटफील्ड की सामने आई स्थिति और उसे लेकर अफ्गानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट के बयान ने इंग्लैंड और बांग्लादेश दोनों की टीमों की चिंता बढ़ी दी है।

आउटफील्ड की स्थिति को देखते हुए इंग्लैंड टीम न तो अपना गेम प्लान ही बदल दिया है। आउटफील्ड को लेकर इंग्लैंड कप्तान जोस बटलर ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि स्थितियां अच्छी नहीं हैं, इसलिए मंगलवार के मैच के दौरान हमें सुरक्षित रहकर खेलना होगा।

बांग्‍लादेश की योजना

वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश टीम के सदस्य खुलकर आउटफील्ड पर सवाल तो नहीं उठा रहे हैं, लेकिन चिंतित बांग्लादेश टीम भी है। ऐसे में टीम के लोग परिस्थितियों के हिसाब से खेलने का हवाला दे रहे हैं। मंगलवार को धर्मशाला स्टेडियम में इंग्लैंड और बांग्लादेश के बीच मैच है। दोनों ही टीमों का विश्व कप का यह दूसरा मैच है।

स्पिनर बनेंगे सफलता की कुंजी

सात अक्टूबर को धर्मशाला में ही एकतरफा मैच में अफगानिस्तान को हराकर बांग्लादेशी टीम के हौंसले बुदंल हो गए हैं। मंगलवार को शाकिब अल हसन की कप्तानी में टीम विश्व कप में अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए उतरेगी। बांग्लादेश के शीर्ष क्रम में बदलाव हो सकता है। लिटन दास की जगह नसुम अहमद ओपनिंग कर सकते हैं।

वहीं खराब फील्डिंग के चलते पहला मुकाबला हार चुकी इंग्लैंड टीम धर्मशाला में जीत का खाता खोलने की योजना से उतरेगी। स्पिन गेंदबाजों के पक्ष में तैयार धर्मशाला स्टेडियम की पिच के अनुसार दोनों टीमें मंगलवार को स्पिन गेंदबाजी पर अधिक ध्यान देंगी।

चोटिल होने से बचे थे मुजीब और राशिद

सात अक्टूबर को धर्मशाला में हुए बांग्लादेश व अफगानिस्तान मैच के दौरान आउटफील्ड की खराब स्थिति सामने आई थी। अफगानिस्तानी खिलाड़ी मुजीब उर रहमान चोटिल होने से बचे थे। वहीं राशिद खान को भी आंशिक रूप से चोट आई थी। यह दोनों खिलाड़ी रन बचाने के लिए डाइव करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन आउटफील्ड की स्थिति खिलाडि़यों का साथ नहीं दे रही थी।

पहले मैच के बाद हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगे हैं। सोमवार को इंग्लैंड और बांग्लादेश टीमों ने आउटफील्ड पर ही सवाल उठाए।

विश्व कप के पहले से आउटफील्ड को लेकर उठे थे सवाल

धर्मशाला स्टेडियम की आउटफील्ड को लेकर पिछले एक माह से सवाल उठ रहे थे। अगस्त माह के अंत में जब ग्राउंड का काम शुरू किया गया था तो एचपीसीए को महसूस हुआ कि आउटफील्ड से घास खराब हो गई है।

इसके बाद ग्राउंड में फंगल इंफेक्शन की बात कही गई, जिसे एचपीसीए ने गलत बताया। बरसात के कारण खराब हुई आउटफील्ड को सुधारने के लिए एचपीसीए की ओर से प्रयास तो काफी किए गए, लेकिन उनकी उम्मीदों के अनुरूप नहीं बन पाई।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker