‘इंडिया बनाम भारत’ पर RSS प्रमुख भागवत का बयान, कहा- देश की सत्य पर आधारित संस्कृति को उखाड़ने…

क्या मोदी सरकार देश का नाम बदलने वाली है? ‘इंडिया बनाम भारत’ (India vs Bharat) विवाद को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे है। विपक्ष लगातार देश के नाम को लेकर सरकार पर निशाना साध रही है।

इन सब के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रुमख मोहन भागवत ने अपनी बात रखी। RSS प्रमुख ने कहा कि देश की सत्य पर आधारित संस्कृति को उखाड़ने की कोशिश की जा रही है। मंगलवार को नागपुर में वरिष्ठ नागरिकों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हमारी संस्कृति की जड़ें सत्य पर आधारित हैं, हालांकि इस संस्कृति को उखाड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।’

‘सांस्कृतिक मार्क्सवाद’ का किया उल्लेख

भागवत ने कहा कि दुनिया भर में परिवार व्यवस्था नष्ट हो रही है लेकिन, भारत इस संकट से बच गया है क्योंकि सच्चाई ही इसकी नींव है। भागवत ने ‘सांस्कृतिक मार्क्सवाद’ का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘कुछ लोग अपने स्वार्थ के कारण सांसारिक सुखों की पूर्ति की इस प्रवृत्ति को उचित ठहराने का प्रयास करते हैं। ये लोग ऐसी अनैतिकता को अच्छा नाम देकर उसका समर्थन करते हैं। वे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि समाज में ऐसी अराजकता से उन्हें मदद मिलती है और वे अपना वर्चस्व स्थापित कर सकते हैं।’

आप नेता संजय सिंह का आरोप 

इंडिया का नाम बदलकर भारत करने वाले विवाद के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मोहन भागवत के नेतृत्व वाला RSS भारत के साथ ‘इंडिया’ शब्द को ‘हटाकर’ देश के संविधान को बदलना चाहते हैं।

इस महीने की शुरुआत में मोहन भागवत ने लोगों को इंडिया के बजाय ‘भारत’ नाम का उपयोग करने और लोगों से यह आदत डालने का आग्रह किया था। आप नेता संजय सिंह ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर अपने पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत को भीम राव अंबेडकर के लिए ‘नफरत’ क्यों है? बाबा साहेब से नफरत करने वाले मोदी और आरएसएस संविधान बदलना चाहते हैं।

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