‘सनातन धर्म’ वाले बयान पर बंट गया INDIA गठबंधन, पढ़ें पूरी खबर
तमिलनाडु के सीएम के बेटे और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के सनात धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद INDIA गठबंधन में भी खलबली मची है। वहीं इस बयान को लेकर INDIA की अलग-अलग पार्टियों का रुख भी अलग-अलग नजर आ रहा है। जहां एक तरफ ममता बनर्जी ने खुलकर उनके बयान का विरोध किया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस कुछ भी कहने से बचना चाहती है। साथ-साथ वह दबे मन से उदयनिधि मारन का बचाव भी कर रही है। एक तरह से कहा जा सकता है कि यह मामला कांग्रेस के सामने एक धर्मसंकट की तरह है। एक तरफ देश का बड़ा वोट बैंक और भाजपा को टक्कर देने की लालसा और दूसरी तरफ नए-नए गठबंधन में दरार पड़ने का डर। कांग्रेस यह मान चुकी है कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व उसके ही हाथ में रहेगा। ऐसे में वह नहीं चाहती है कि कोई भी दल इस एकता से खिसक जाए।
भारतीय जनता पार्टी उदयनिधि के इस बयान के बाद आक्रामक है। वहीं कांग्रेस, टीएमसी, शिवसेना और आम आदमी पार्टी डीएमके नेता के बयान से दूरी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि पार्टियों का कोई ना कोई नेता ऐसे बयान दे देता है कि भाजपा को एक बार फिर हमला करने का मौका मिल जाता है। जहां एक तरफ मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे ने उदयनिधि का खुलकर समर्थन कर दिया तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेता राजेंद्र पाल गौतम ने भी सनातन धर्म को खत्म करने की बात दोहरा दी।
आपको बता दें कि उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि जिस तरह से कोरोना, मलेरिया और डेंगू का केवल विरोध नहीं किया जा सकता बल्कि उन्हें जड़ से खत्म करने की जरूरत है। उसी तरह से सनातन धर्म भी है जिसे समूल खत्म कर देना चाहिए। सोमवार को टीएमसी ने डीएमके नेता के बयान का विरोध किया और कहा कि विपक्षी गठबंधन का इस बयान से कोई संबंध नहीं है। टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, हम ऐसी टिप्पणियों की निंदा करते हैं। सौहार्द ही हमारी संस्कृति है। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। विपक्षी गठबंधन का इस बयान से कोई लेनादेना नहीं है। अगर कोई इस तरह की बात करता है तो हम उसकी खुलकर निंदा करते हैं। ममता बनर्जी ने भी कहा था कि वह सनातन धर्म का सम्मान करती हैं।
कांग्रेस नेता करन सिंह ने भी डीएमके नेता के इस बयान का विरोध किया था और इसके दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। वहीं दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने उदयनिधि का बचाव किया। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के पास अभिव्यक्ति का अधिकार है और वह अपने विचार रख सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा विचार सर्वधर्म समभाव का है। लेकिन सभी पार्टियों के पास अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। शिवसेना प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भाजपा पर ही आरोप लगाया और कहा कि फर्जी के मामले को तूल दिया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सनातन धर्म शब्द का इस्तेमाल अपनी मार्केटिंग के लिए कर रही है और लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है। वहीं भाजपा की तरफ से इस मामले को लेकर विपक्ष पर जमकर हमला हुआ। राजनाथ सिंह से लेकर प्रह्लाद जोशी और अनुराग ठाकुर तक ने विपक्ष को घेरा और कहा कि क्या इंडिया गठबंधन की बैठक में यही योजना बनाई गई थी।