JDU विधायक गोपाल मंडल के साले ने किया सरेंडर, होटल बिग डैडी गोलीकांड में था फरार
भागलपुर: गोपालपुर के जदयू विधायक एवं सचेतक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल के साले दिलीप मंडल ने होटल बिग डैडी गोलीबारी मामले में आत्मसमर्पण कर दिया है। दिलीप मंडल ने गुरुवार को नाटकीय ढंग से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण किया। इस दौरान उसके साथ अन्य रिश्तेदार भी कचहरी पहुंचे थे।
बताया जा रहा है साले के नामजद होने के बाद से इधर-उधर भागते फिरने पर विधायक गोपाल मंडल ने साले को संदेश भेजवाया था। संदेश में कहा था कि दिलीप मंडल न्यायालय में आत्मसमर्पण करो। न्यायालय से ही न्याय मिलेगा। गांव-दियारा में छिपने से और दोषी माना जाएगा।
साथ ही विधायक ने यह भी हिदायत दी कि यदि वह आत्मसमर्पण नहीं करेगा, तो उससे भविष्य में किसी तरह का रिश्ता नहीं रखेगा। विधायक का संदेश मिलते ही दिलीप मंडल ने गुरुवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
12 दिसंबर 2022 को हुई थी हिंसक झड़प
बता दें कि जदयू विधायक के पुत्र आशीष कुमार उर्फ टिंकू के होटल बिग डैडी परिसर के पास भूमि विवाद में चारदीवारी निर्माण को लेकर 12 दिसंबर 2022 को हिंसक झड़प और गोलीबारी की घटना हुई थी। गोलीबारी में प्रापर्टी डीलर लाल बहादुर शास्त्री, उनकी पत्नी माधुरी प्रसाद, शरत यादव जख्मी हो गए थे।
घटना में जख्मी प्रापर्टी डीलर लाल बहादुर शास्त्री के लिखित बयान पर गोपालपुर के जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल, पुत्र आशीष कुमार उर्फ टिंकू, साले दिलीप मंडल, धनंजय यादव, संजीव कुमार समेत होटल के चार-पांच अज्ञात स्टाफ को आरोपी बनाया गया था।
इस मामले में जदयू विधायक की मौके पर उपस्थित नहीं रहने और झूठा फंसाने की अर्जी पर उनके आरोपित बनाने मामले में जांच बैठा दी गई है। होटल बिग डैडी गोलीबारी मामले में अधिकांश आरोपी जमानत पर हैं।
चारदीवारी निर्माण को लेकर था विवाद
बरारी थाना क्षेत्र के मुसहरी टोला से सटे बेशकीमती भूखंड जो गोलीबारी बाद चर्चा में आई। उसकी खरीद-बिक्री देवता दूबे, कमल मोहन, लाल बहादुर सिंह के इर्दगिर्द पहले घूमती रही। बाद में जयप्रकाश यादव, मेडिकल प्रोफेशन से नाता रखने वाले प्रतिष्ठित कारोबारी जवाहर प्रसाद और विधायक गोपाल मंडल के नाम जुड़ते चले गए।
लड्डू शास्त्री तब अपनी साढ़े 19 कट्ठा बचे जमीन पर अतिक्रमण कर चारदीवारी निर्माण देख अपना दावा प्रस्तुत करते हुए समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और दीवार को ध्वस्त करा दिया था। जानकारी मिलने के बाद विधायक के पुत्र समेत रेस्टोरेंट स्टाफ और रिश्तेदारों ने विरोध में मारपीट शुरू कर दी।
देखते ही देखते मामला हिंसक रूप में बदला गया और हमले में प्रापर्टी डीलर लाल बहादुर शास्त्री, उसकी पत्नी माधुरी प्रसाद, रवि कुमार उर्फ शरत यादव आदि जख्मी हो गए।