कमेड़ा में 100 मीटर सड़क हुई ध्वस्त, यमुनोत्री NH तीन दिन से बंद

उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 के शुरू होने के साथ ही तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ दर्शन करने को पहुंच रही है। यूपी, एमपी, दिल्ली, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों से तीर्थ यात्री बदरीनाथ, यमुनोत्री, केदारनाथ सहित चारों धामों में दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। लेकिन, चिंता की बात है कि उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से हाईवे सहित सड़कें बंद हो रहीं हैं।
सड़कें बंद होने की वजह से जगह-जगह तीर्थ यात्री फंस गए हैं। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में भारी बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। ऐसे में अब तीर्थ यात्रियों से अपील की जाती है कि वे चार धाम यात्रा पर जाने से पहले उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान जरूर ले लें। चमोली में गौचर के पास कमेड़ा में भारी बारिश के बाद सोमवार को हुए भूस्खलन से ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का 100 मीटर हिस्सा बह गया।
इससे कई श्रद्धालु रास्ते में फंस गए। मार्ग खुलने में दो से तीन दिन लगने की संभावना है। पुलिस ने रुद्रप्रयाग और कर्णप्रयाग से वैकल्पिक रास्तों का प्रयोग करने की सलाह दी है। बदरीनाथ हाईवे चमोली जिले की सीमा पर कमेड़ा में 100 मीटर से अधिक वॉश आउट हो गया है। पहाड़ी से मलबा, पत्थर और बड़े बड़े बोल्डर सड़क को अपने साथ बहा ले गए है।
हाईवे का निर्माण होने तक बदरीनाथ यात्रा बंद रहेगी। कमेड़ा में सौ मीटर का हाईवे साफ होने से सैकड़ों वाहन और यात्री हाईवे के दोनों तरफ फंस गए थे। जिन्हे वैकल्पिक मार्ग से निकाला गया। उधर, कमेडा में साफ हुए हाईवे पर पैदल यात्रियों के आवागमन की व्यवस्था की गई है ।
जिला सूचना अधिकारी रविंद्र सिंह नेगी ने आपदा प्रबंधन कार्यालय के हवाले से बताया कि वाहनों को वैकल्पिक मार्गो में रूप में कर्णप्रयाग से रुद्रप्रयाग जाने वाले वाहन कर्णप्रयाग पोखरी मोहन खाल कनक चौंरी, दुर्गाधार होते हुये रुद्रप्रयाग जायेंगे। रुद्रप्रयाग से कर्णप्रयाग आने वाले वाहन बेलनी पुल कलैक्ट्रेट, सतेराखाल, दुर्गा धार, मोहन खाल, पोखरी से चमोली आयेंगे।
जबकि चमोली से रुद्रप्रयाग जाने वाले वाहन चमोली, गोपेश्वर, चोपता, ऊखीमठ, कुंड, अगस्त मुंशी तिलवाड़ा होते हुए रुद्रप्रयाग जायेंगे। गोपेश्वर से रुद्रप्रयाग जाने वाले वाहन गोपेश्वर पोखरी बैंड, सोना बछेर त्रिशूला होते हुए हापला पोखरी मोहन खाल सतेराखाल होते हुए रुद्रप्रयाग जायेंगे। वास आउट हुए स्थान पर पहाड़ियों से लगातार पत्थर, मलबा, बोल्डर आने से खतरा बना हुआ है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया चमोली जिले की 44 सड़कें अवरुद्ध हो गईं है। रविवार रात आई बारिश और मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे नन्दप्रयाग, छिनका, पागल नाला सहित 5 स्थानों पर बाधित रहा। जिसे सुचारु कर दिया गया ।
उत्तराखंड में नेशनल हाईवे समेत 336 सड़कें बंद
उत्तराखंड में हो रही बारिश से 336 सड़कें बंद हो गई हैं। इस वजह से लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोनिवि की रिपोर्ट के अनुसार रविवार तक राज्य में बंद सड़कों की संख्या 258 थी। सोमवार को 133 अन्य सड़कें भी बंद हो गई।
जिससे कुल बंद सड़कों की संख्या 391 हो गई। लेकिन देर सांय तक विभाग की आरे से 56 सड़कों को खोल दिया गया। जिसके बाद अब बंद सड़कों की संख्या 336 रह गई है। लोनिवि के एचओडी डीके यादव ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के लिए 291 जेसीबी मशीनों को तैनात किया गया है।