सोने लाल पटेल की जयंती पर शाह की मौजूदगी दे रही है कई सियासी संकेत, पढ़ें पूरी खबर…

लखनऊ, अपना दल के संस्थापक डा. सोने लाल पटेल की जयंती पर समारोह और भाजपा के बड़े नेता व गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि। लोकसभा चुनाव से पहले ही अपना दल ने इस बड़े कार्यक्रम के बहाने अपना दल ने यह संकेत दे दिया है कि भाजपा से उसका गठबंधन दृढ़ है।

दोनों की जुगलबंदी प्रदेश में राजग का आधार और मजबूत करेगी क्योंकि पूर्वांचल के कई जिलों में अपना दल निर्णायक भूमिका निभाता है। भाजपा व अपना दल (एस) का गठबंधन वर्ष 2014 से है। दोनों दलों ने मिलकर दो लोकसभा व दो विधानसभा चुनाव लड़े और हर बार बड़ी लकीर खींची।

यही नहीं अल्पसंख्यक बाहुल्य स्वार व रामपुर विधानसभा में अपना दल की जीत ने अपना दल का विश्वास और बढ़ाया है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा व अपना दल (एस) गठबंधन ने 64 सीटें जीती थीं। 62 भाजपा व दो अपना दल (एस) के खाते में गईं थी।

यही नहीं वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में अपना दल (एस) के 13 विधायक जीतकर आए और पार्टी को प्रदेश स्तरीय दल का दर्जा भी मिला। ऐसे में दोनों दलों के लिए यह गठबंधन फायदे का सौदा साबित हुआ है। अब आगे वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में इससे बेहतर प्रदर्शन करने की जुगत में दोनों दल हैं। 300 पार के जनादेश के साथ जीतने और यूपी में सभी 80 सीटें जीतने के संकल्प को पूरा करने के लिए जी जान से दोनों दल जुट गए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ने अपना दल (एस) कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। तो अनुप्रिया पटेल ने भी कार्यकर्ताओं से कहा कि वह अब उन्हें आगे लोकसभा चुनाव तक हर दिन 24 घंटे मेहनत करनी होगी।

मध्य व पूर्वी यूपी के जिलों मीरजापुर, चंदौली, वाराणसी, प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, बस्ती, गोंडा, बहराइच, भदोही और सोनभद्र जिलों में कुर्मी वोट बैंक अच्छा खासा है। पिछड़ा वर्ग खासकर कुर्मी बिरादरी को अपने पाले में खींचने के लिए सोनेलाल पटेल की जयंती पर शक्ति प्रदर्शन किया गया। आगे लोकसभा चुनावों में और बड़ी जीत की उम्मीदों को परवान चढ़ाने के लिए दोनों दलों ने यह दिन बहुत सोच समझकर चुना।

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