नशामुक्ति का संकल्प दिलाने पर छात्रों को मिलेंगे पांच नंबर, प्रशासन की यह तैयारी

उत्तराखंड को नशामुक्त बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से स्कूल-कॉलेजों में बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। अब स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को पांच परिवारों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाने पर आंतरिक मूल्यांकन के तहत पांच अंक दिए जाएंगे। विश्व नशा निषेध दिवस के मौके पर दून मेडिकल कॉलेज में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि नशा मुक्ति के लिए सभी को प्रयास करने होंगे। 

कहा कि सामाजिक जीवन से छात्रों को जोड़ने के लिए आंतरिक मूल्यांकन में एनसीसी, एनएसएस, सांस्कृतिक गतिविधियों, पौधरोपण के पांच-पांच नंबर की व्यवस्था की गई है। अब नशामुक्ति के लिए काम करने वाले छात्रों को भी पांच अंक दिए जाएंगे। समाज से नशे को खत्म करने के लिए व्यापक जनजागरूकता अभियान बेहद जरूरी है। सरकार द्वारा इस ओर कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 2025 तक ‘ड्रग फ्री देवभूमि’ का लक्ष्य तय किया गया है।

पिता के सिगरेट छोड़ने पर की शादी: मंत्री ने कहा कि वह एक शादी में गए तो लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी ने तब शादी की है जब उन्होंने सिगरेट छोड़ दी। नशामुक्ति में बच्चियों की भूमिका अहम हो सकती है, क्योंकि शैक्षणिक संस्थानों में 22 लाख बच्चियां हैं। उन्होंने संस्थागत डिलीवरी बढ़ने एवं जच्चा को घर छोड़ने की योजनाएं गिनाईं।

उत्तराखंड में 7200 स्कूल-कॉलेज तंबाकू मुक्त

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 23 हजार स्कूल-कॉलेज हैं। इनमें से 7200 को तंबाकू मुक्त किया जा चुका है। 9.82 लाख छात्र-छात्राओं को इसकी शपथ दिलाई गई है। चार फीसदी लोगों ने उत्तराखंड में तंबाकू का सेवन कम कर दिया है। 20 लाख बच्चों को एक साथ शपथ दिलाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker