ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन, NCPCR ने की गेमिंग प्लेटफॉर्म के खिलाफ जांच की मांग

नई दिल्ली, दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग के झांसे में फंसाकर जैन धर्म के लड़के के दूसरे धर्म में परिवर्तन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले की जांच को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने अपने संज्ञान में ले लिया था। वह इस मामले की जांच कर रही है। वहीं, अब आयोग को नाबालिग लड़के के धर्मांतरण के संबंध में गेमिंग प्लेटफॉर्म की संलिप्ता नजर आ रही है।

NCPCR ने की फोर्टनाइट और डिस्कोर्ड के खिलाफ की जांच की मांग

आयोग ने इस संबंध में ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म फोर्टनाइट और इंस्टैंट मैसेजिंग सोशल प्लेटफॉर्म ‘डिस्कॉर्ड’ के खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से जांच की मांग की है। Meity सचिव को लिखे एक पत्र में NCPCR के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि जांच से खुलासा हुआ है कि नाबालिग को धर्मांतरण कराने के पीछे दो लोगों का हाथ है। उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म फोर्टनाइट के माध्यम से ही बच्चे का माइंड वॉश किया है।

दो लोगों की है भूमिका

अधिकारी ने कहा कि एक व्यक्ति महाराष्ट्र के ठाणे का रहने वाला है। वहीं दूसरा आरोपी संजय नगर में एक मस्जिद का मौलवी नान्नी उर्फ अब्दुल रहमान है। रहमान को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच के दौरान पता चला है कि जैन लड़के के धर्मांतरण के पीछे रहमान की भूमिका है। उसने ही नाबालिग से कहा था कि आयत पढ़ोगे तो ऑनलाइन गेम में लगातार जीत मिलेगी।

गेमिंग प्लेटफॉर्म से ही किया गया नाबालिग का मांइड वॉश

एनसीपीसीआर ने आरोप लगाया कि नाबालिग लड़के को उक्त गेमिंग प्लेटफॉर्म, फोर्टनाइट के माध्यम से बातचीत में फुसलाया गया। सोशल मीडिया मंच डिस्कोर्ड के माध्यम से भी बच्चे का धार्मिक रूपांतरण में उसका ब्रेनवॉश किया गया। आयोग ने फोर्टनाइट और डिस्कोर्ड के खिलाफ जांच शुरू करने और मामले में कार्रवाई की रिपोर्ट देने का अनुरोध किया।

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