इमरान खान के पार्टी से बेदखल करने के लिए जेल में रच रहे साजिश, पढ़ें पूरी खबर

पाकिस्तान के पूर्व इमरान खान लाहौर के जमान पार्क स्थित अपने घर में ही बंद हैं। 9 मई को उनकी गिरफ्तारी वाले दिन हुई हिंसा और सेना के प्रतिष्ठानों पर अटैक के मामले में इमरान खान पर आर्मी ऐक्ट के तहत कार्रवाई करने की भी तैयारी है। साफ है कि इमरान खान आने वाले दिनों में लंबे समय तक के लिए जेल जा सकते हैं। इस बीच उनकी पार्टी पीटीआई ने भी इसको लेकर तैयारी तेज कर दी है और नेतृत्व इमरान खान की बजाय किसी और नेता को सौंपने का फैसला हो सकता है। इसे लेकर रावलपिंडी की अदियाला जेल में एक मीटिंग भी हुई है। इस मीटिंग में पार्टी के वाइस चेयरमैन शाह महमूद कुरैशी को राजी करने की कोशिश हुई कि वह अध्यक्ष बन जाएं।

इस मीटिंग में फवाद चौधरी, सिंध के पूर्व गवर्नर इमरान इस्माइल, आमिर कियानी, महमूद मौलवी शामिल थे। हालांकि चर्चा है कि शाह महमूद कुरैशी ने पाक के पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान खान से अलग होने और खुद ही पार्टी का चेयरमैन घोषित करने से इनकार कर दिया है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक कुरैशी ने कहा है कि वह कल भी इमरान खान के साथ और आज भी हैं। यही नहीं उनके बेटे जैन कुरैशी ने भी एक ट्वीट कर ऐसी ही बात कही है। फिर भी इमरान खान की बजाय किसी और नेता को पार्टी की कमान देने की चर्चाएं तेज हैं।

शाह महमूद कुरैशी के बेटे जैन ने ट्वीट किया, ‘शाह महमूद कुरैशी पार्टी के वाइस चेयरमैन हैं और वह विचारधारा का एक नाम हैं। हम तहरीक-ए-इंसाफ की विचारधारा और इमरान खान के साथ हैं। उन्होंने हमेशा सिद्धांतों और सेवा की राजनीति की है। उन्होंने कभी पद पाने और किसी दूसरे लालच को पूरा करने के लिए काम नहीं किया।’ बता दें कि करीब एक सप्ताह पहले ही इमरान खान ने कहा था कि यदि वह गिरफ्तार हुए या फिर अयोग्य करार दिए गए तो फिर शाह महमूद कुरैशी पार्टी की लीडरशिप संभालेंगे। 

वहीं फवाद चौधरी ने इमरान खान को हटाकर कुरैशी को ही पार्टी की कमान देने वकालत की है। मंत्री रहे चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान की 25 करोड़ की आबादी है और उसे आसिफ जरदारी, नवाज शरीफ और मौलाना फजलुर रहमान की दया पर नहीं छोड़ सकते। उन्होंने साफ कहा कि मेरी कुरैशी के साथ मीटिंग हुई है। हम एक स्थिरता वाले समाधान की ओर बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अरेस्ट किया गया है, उनका 9 मई को हुई हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी को उन्हें रिहा कराने के लिए कोशिश करनी चाहिए।

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