11 साल से NAB कोर्ट का चीफ, चार पाक प्रधानमंत्रियों को कठघरे में किया खड़ा, जानिए कौन…
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान फिलहाल अल-क़ादिर ट्रस्ट घोटाला मामले में जमानत पर हैं। इस मामले में उन्हें पाकिस्तान की नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने 9 मई को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। जिस जज ने इमरान खान के मामले की सुनवाई की थी, उनका नाम जस्टिस मोहम्मद बशीर है। वह इस्लामाबाद में नैब की तीनों अदालतों के प्रशासनिक जज हैं। इसका मतलब है कि पाकिस्तान की राजधानी में जो भी मामला नैब के पास आएगा, उसकी सुनवाई जस्टिस मोहम्मद बशीर ही करेंगे।
जस्टिस बशीर इस्लामाबाद के नैब कोर्ट संख्या 11 में पिछले 11 साल से तैनात हैं। 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने सबसे पहले उनको इस पद पर नियुक्त किया था। शुरुआत में उनकी नियुक्ति पाकिस्तान के कानून मंत्रालय के नियमों के मुताबिक तीन साल के लिए हुई थी लेकिन उन्हें लगातार सेवा विस्तार मिलता रहा है।
2018 में नवाज शरीफ ने भी उन्हें तीन साल का सेवा विस्तार दिया था। 2021 में इमरान खान भी उन्हें सेवा विस्तार दे चुके हैं और 2024 में फिर से वह सेवा विस्तार पाने की प्रक्रिया में हैं। बीबीसी के मुताबिक 2024 में उन्हें एक और सेवा विस्तार देने की प्रक्रिया चल रही है। बता दें कि NAB के चीफ की नियुक्ति का प्रस्ताव इस्लामाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से कानून मंत्रालय को जाता है। इसके बाद मंत्रालय इसे कैबिनेट के पास रखती है। कैबिनेट से प्रस्ताव पास होने के बाद राष्ट्रपति उसे अपनी मंजूरी देते हैं।
यहां यह बात काबिल-ए-गौर है कि जिन-जिन दलों की सरकारों में उनकी नियुक्ति या सेवा विस्तार मिला, उन दलों के प्रधानमंत्रियों को भी जस्टिस बशीर NAB के कठघरे में खड़ा कर चुके हैं। इनमें पीपुल्स पार्टी के राजा परवेज अशरफ, मुस्लिम लीग नवाज के शाहिद खान अब्बासी और नवाज शरीफ भी शामिल हैं। अब 2021 में सेवा विस्तार देने वाले पीटीआई चीफ इमरान खान का नाम भी उस लिस्ट में जुड़ चुका है।
जस्टिस बशीर नवाज शरीफ के बेटी मरियम शरीफ और उनके दामाद कैप्टन सफदर को भी एवेनफ़ील्ड अपार्टमेंट केस में भ्रष्टाचार का दोषी करार देकर जेल भेज चुके हैं।