अडानी-शरद पवार की मुलाकात के बाद सियासी हलचल तेज, अजीत पवार ने कही यह बात
नई दिल्ली, उद्योगपति गौतम अडानी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उनके मुंबई स्थित आवास सिल्वर ओक आई जाकर मुलाकात की। इसके बाद से सियासी गलियारों में काफी हलचल मची हुई है।
अजीत पवार ने कहा- इसमें नहीं कुछ गलत
एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा, “मैं इसके बारे में नहीं जानता, कई राजनीतिक लोग उनसे मिलते हैं। उनके (अडानी) पर लगे आरोप अभी साबित नहीं हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसके लिए एक समिति गठित की गई है, यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से मिलता है, अगर वे एक-दूसरे को जानते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।”
शरद पवार ने अपनाया अलग रुख
हिंडनबर्ग रिपोर्ट पेश होने के बाद से ही विपक्ष लगातार अडानी समूह के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रहा है, इसी बीच, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अलग रुख अपनाया। एक इंटरव्यू में शरद पवार ने संसद सत्र, अडानी आदि कई मुद्दों पर टिप्पणी दी।
पवार ने कहा, “पहले टाटा-बिड़ला समूहों का इस्तेमाल विपक्ष द्वारा सरकार की आलोचना करने के लिए किया जाता था। आजकल सरकार को निशाना बनाने के लिए अडानी-अंबानी समूहों के नाम का इस्तेमाल किया जाता है।”
बिना सबूत कुछ भी कहना गलत
शरद पवार ने कहा, “अंबानी समूह ने पेट्रोकेमिकल्स और अन्य क्षेत्रों में काफी काम किया है। वहीं, अडानी समूह ने बिजली और अन्य क्षेत्रों में बहुत कुछ किया है। देश को इनकी जरूरत है। अगर सबूत है कि इन समूहों ने कुछ अवैध या गलत किया है, तो लोकतंत्र में आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन अगर कोई सबूत नहीं है, तो यह गलत है।”
शरद पवार की हो रही आलोचना
बीजेपी को घेरने के लिए कांग्रेस ने अडानी के खिलाफ हिंडनबर्ग का मुद्दा उठाया है। सत्र के दौरान लोकसभा बंद होने तक यह मुद्दा गरमाता रहा, लेकिन शरद पवार ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए जेपीसी यानी संयुक्त संसदीय समिति की जांच की बजाय सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने की मांग की। इस वजह से कई लोगों ने पवार की आलोचना की है।