NCERT ने इतिहास की किताबों से हटाए मुगल साम्राज्य के अध्याय, भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कही ये बात…
नई दिल्ली, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम से मुगलों से संबंधित अध्यायों को हटा दिया। ये बदलाव एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम का पालन करने वाले स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2023-2024 से लागू होंगे। 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम से मुगल दरबार को हटा दिया गया है। एनसीईआरटी के इस फैसले की भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सराहना की है।
इसे लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा, “मुग़लों का झूठ इतिहास से हटाया जा रहा है। अब अगले चरण में उनका सच बताया जाएगा। मुगलों की लूट, व्यभिचार, अत्याचार, कायरता, मंदिरों और मूर्तियों से नफ़रत, अपनी सगी बेटियों और बहनों के साथ उनके रिश्तें, नशे और हरम में सड़ते उनके बच्चें, कला, साहित्य और संगीत से उनकी नफ़रत का सच भी पढ़ाया जायें।”
उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी से मुगलों का झूठा इतिहास हटाना एक शानदार निर्णय है। चोर, जेबकतरों और दो कौड़ी के सड़क छाप लोगों को मुगल सल्तनत और भारत का बादशाह बताया जाता था। अकबर, बाबर, शाहजहां, औरंगजेब जैसे लफंगों की जगह इतिहास की किताबों में नहीं , कूड़ेदान में हैं।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि 12वीं कक्षा की नागरिक शास्त्र का पाठ्यक्रम बदला गया है। “विश्व राजनीति में अमेरिकी आधिपत्य” और शीत युद्ध से संबंधित दो अध्यायों को हटाया गया है। कक्षा 12वीं की पुस्तक से “लोकप्रिय आंदोलनों का उदय” और “एक पार्टी के प्रभुत्व का काल” अध्यायों को हटाया गया है। 10वीं कक्षा की राजनीति शास्त्र की किताब से “लोकतंत्र और विविधता”, “लोकप्रिय संघर्ष और आंदोलन” और “लोकतंत्र की चुनौतियां” जैसे अध्याय हटाए गए। 11वीं कक्षा की पुस्तक “विश्व इतिहास में विषय” से “संस्कृतियों का टकराव” और “औद्योगिक क्रांति” जैसे अध्याय हटा दिए गए हैं।