सुकमा जिले में दो समूहों में झड़प, चौक का नाम बदलने को लेकर हुआ विवाद, आज जिला बंद
सुकमा, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिल में सोमवार की देर रात चौक का नाम बदलने को लेकर हिंदू और मुस्लिम पक्षों में जमकर विवाद हुआ।
मामला बढ़ते देख मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो युवाओं को शांत कराने की कोशिश की लेकिन नहीं मानने पर लाठीचार्ज किया।
दरअसल दोनों पक्षों के बीच यह विवाद तब हुआ जब सुकमा शहर में हिंदू राष्ट्र संगठन ने नवरात्री के मौके पर चौक में हिंदू राष्ट्र का झंडा लगाया था।
जिसके बाद मुस्लिम पक्ष को इससे आपत्ति हुई और उन्होंने इसका विरोध किया।
चौक का नाम बदलने को लेकर हुआ विवाद
मुस्लिम पक्ष ने कहा कि भगवान राम का पोस्टर लगा दें लेकिन ऐसे पोस्टर या बैनर ना लगाएं। इसके बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत करवाया फिर श्रीराम भगवान का बैनर लगाकर विवाद खत्म कर दिया गया।
लेकिन इसके बाद फिर से दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। सोमवार की देर रात सुकमा शहर के ही रूमी नगर का नाम बदलकर इसे रामनगर करते हुए मस्तानपारा के चौक रूमी नगर में रामनगर लिखकर बैनर और पोस्टर लगाए गए।
जिसको लेकर एक बार फिर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस पर आपत्ति जताई और रामनगर को रूमी नगर ही रहने देने को कहा।
क्या मत है हिंदू और मुस्लिम पक्ष का?
मुस्लिम पक्ष का कहना था कि ये सालों से रूमी नगर व मस्तानपारा है, लेकिन अभी नाम बदलने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि हमें राम के नाम से कोई एतराज नहीं है लेकिन रूमी नगर को राम नगर किया गया है ऐसे में इस नाम को हटाया जाए।
वहीं हिंदू संगठन के लोगों ने कहा कि यह इलाका और यह चौक रामनगर के नाम से जाना जाता था ,ऐसे में जो चौक का नाम है उसी नाम से बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं।
विवाद से बंद रहा जिला
दोनों पक्षों के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए मौके पर तैनात पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाने की कोशिश की।
अंत में पुलिस को सख्ती से पेश आना पड़ा और भीड़ को खदेड़ने के लिए एक-दो लोगों पर लाठी चलानी पड़ी। वहीं, आज इस विवाद के कारण जिला बंद रहा।
व्यापारिक प्रतिष्ठाने बंद रही और दिनभर काली मंदिर के प्रांगण में बैठक चलती रही।
दोनों समाज प्रमुखों ने की शांति की अपील
दोपहर 3 बजे सर्व हिंदू संगठन, भाजपा व हिंदू परिषद की ओर से राज्यपाल व कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिसमें दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
सुकरा जिले में हुए विवाद को दोनों पक्षों के प्रमुख ने अनुचित ठहराया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
प्रमुखों ने आगामी रामनवमी को धूमधाम से मनाने और किसी भी प्रकार का विवाद न करने का भी आग्रह किया।