तालिबान ने अफगानिस्तान में IS की मौजूदगी को लेकर अमेरिकी दावे को बताया गलत…
तालिबान ने शुक्रवार को संयुक्त राज्य अमेरिका के एक वरिष्ठ जनरल द्वारा किए गए दावों का खंडन किया कि अफगानिस्तान में स्थित इस्लामिक स्टेट का एक डिविजन छह महीने के भीतर यूरोप और एशिया में अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने में सक्षम होगा.
तालिबान द्वारा नियुक्त प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘अफगानिस्तान में आईएस की संख्या के बारे में अमेरिकी अधिकारियों के बयान सही नहीं हैं. दाएश (Daesh) आतंकवादियों को पहले ही कम कर दिया गया है और दबा दिया गया है.‘
तालिबान का अमेरिका पर गंभीर आरोप
तालिबान ने अमेरिका पर आईएस आतंकवादियों को उकसाने का भी आरोप लगाया है. जबीउल्ला ने कहा, ‘इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों की दिलचस्पी आईएसआईएस विद्रोहियों को समर्थन और उकसाना है, जिसे रोका जाना चाहिए.‘
पिछले हफ्ते आया था यूएस जनरल का बयान
बता दे डेली मेल ने मुताबिक पिछले हफ्ते, यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने कांग्रेस को बताया कि ‘कम से कम सैकड़ों हजारों’ अमेरिकी नागरिक आईएसआईएस-के (ISIS-K) के हमले के लक्ष्य हो सकते हैं, आईएसआईएस-के का ‘अमेरिकी मातृभूमि पर हमला करने का अंतिम लक्ष्य’ है.
कुरिल्ला ने कहा, ‘यह मेरे कमांडर का अनुमान है कि वे बिना किसी चेतावनी के छह महीने के भीतर अमेरिका या पश्चिमी हितों के खिलाफ बाहरी अभियान कर सकते हैं.’
‘आईएसआईएस-खोरासन का हौसला बढ़ा है’
कुरिल्ला ने कहा, ‘आईएसआईएस-खोरासन का हौसला बढ़ा है, वह अपने रैंकों का विस्तार करने और क्षेत्र में या उससे आगे, हमले करने की कोशिश कर रहा है, अमेरिकी मातृभूमि पर हमला करने के अंतिम लक्ष्य के साथ.’
क्या है आईएसआईएस-के?
रिपोर्टों के अनुसार, आईएसआईएस-के – इस्लामिक स्टेट इन खुरासान – अफगानिस्तान में स्थित आईएस से संबद्ध है और तालिबान और अमेरिका दोनों का कट्टर दुश्मन है.