दिग्विजय सिंह ने मंत्री महेंद्रसिंह सिसोदिया को धमकी देते हुए कही ये बात
भोपाल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने गुना में पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्रसिंह सिसोदिया को धमकी दी। यही नहीं, उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को भी चेतावनी दी कि अगर निर्दोष लोगों को पकड़ा गया तो उनसे बुरा कोई नहीं होगा।
”सरकार कांग्रेस की आ गई तो तुझे छोड़ेंगे नहीं।’
गुना के बमोरी विधानसभा में शनिवार रात कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने स्थानीय विधायक और पंचायत मंत्री महेंद्रसिंह सिसोदिया पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ”मैं आज इस मंच से मंत्री को धौंस दे रहा हूं कि तू नहीं सुधरा और सरकार कांग्रेस की आ गई तो तुझे छोड़ेंगे नहीं।”
‘यह हुकूमत जनता की है, दलालों और लुटेरों की नहीं’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हुकूमत जनता की है, न कि दलालों और लुटेरों की। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि एक बार फिर अधिकारियों और कर्मचारियों से कह रहा हूं कि देश में सरकार संविधान, नियम और कानून से चलती है। इनका जो पालन नहीं करेगा, उसे हम देख लेंगे। हम निचली अदालत से लेकर शीर्ष अदालत तक लड़ेंगे।
महेंद्रसिंह सिसोदिया ने किया पलटवार
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्रसिंह सिसोदिया ने दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें पता नहीं कि उन्हें धमकी किस बात के लिए दी गई है। सिसोदिया ने कहा, ”मैं अच्छा करना जानता हूं, बुरा नहीं। यदि बदले की भावना से काम करता तो आधे से ज्यादा कांग्रेस खाली हो चुकी होती।”
”पहले राघवगढ़ को ठीक कर लें”
पंचायत मंत्री ने कहा, ”मैं जीवन में सिर्फ ईश्वर के अलावा अपने नेता से डरा हूं। जहां तक अधिकारी और कर्मचारियों की बात हो तो वे पहले राघवगढ़ को ठीक करें, इसके बाद बाद दूसरी जगह देखें।”
”मोदी-शाह जब-जब डरते हैं, पुलिस को आगे करते हैं”
दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के आवास पर रविवार को दिल्ली पुलिस के पहुंचने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”जब-जब मोदी, शाह, भाजपा डरते हैं, पुलिस को आगे करते हैं। राहुल गांधी के 2 महीने पहले भारत जोड़ो यात्रा पर मोदी और शाह को अब ख्याल आया। क्यों?
”राहुल गांधी के खिलाफ फेक वीडियो डाले गए”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आगे कहा, ”पहले राहुल गांधी को ईडी ने बुलाया, वे नहीं डरे। वे भारत जोड़ो यात्रा पर निकल पड़े। करोड़ों लोगों ने उसमें भाग लिया। फिर मोदी ने कोविड का डर बताया, वो नहीं, रूके। भाजपा ट्रोल आर्मी ने फेक वीडियो भी डाले, लेकिन पकड़े गए। कश्मीर में भी उन्हें अपार समर्थन मिला। फिर हिंडनबर्ग रिपोर्ट आयी। राहुल गांधी ने पीएम मोदी और गौतम अदाणी के रिश्तों पर संसद में कुछ प्रश्न किए। उस विषय पर पूछे प्रश्नों को संसद की कार्यवाही से निकाल दिया गया, क्योंकि पीएमओ के पास कोई उत्तर नहीं थे।”
”राहुल को संसद में बोलने नहीं दिया गया”
दिग्विजय सिंह ने कहा, ”राहुल गांधी विदेश गये। उन्होंने भारत के वर्तमान हालत पर अपने विचार रखे। मोदी ने अपनी विदेशों में बिगड़ती छवि को बचाने के लिए पूरी टीम लगा दी। संसद में भाजपा राहुल गांधी के बयानों को लेकर उनसे माफी मांगने की मांग करने लगा। संसद नहीं चलने दी। लगभग पूरा विपक्ष मोदी और अदाणी के सम्बंधों पर JPC जांच की मांग करने लगा। राहुल संसद में अपना पक्ष रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया।”
विपक्ष से घबराई भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”जब पूरा विपक्ष सड़कों पर आ गया तो घबराई भाजपा, अमित शाह और मोदी ने उनके दो महीने दिये बयान को ले कर दिल्ली पुलिस भेज दी। बयान क्या था? दो पीड़ित लड़कियों के साथ उनकी जो भारत जोड़ो यात्रा के समय चर्चा हुई, उसका उल्लेख राहुल गांधी ने किया था।”