चक्रवाती तूफान ने इस देश में मचाई तबाही, तीन सौ से ज्यादा की मौत, इतने हुए लापता
साइक्लोन फ्रेडी ने दक्षिण अफ्रीकी देश मलावी में जमकर तबाही मचाई है। यहां इस चक्रवाती तूफान से मरने वालों की संख्या 326 हो गई है। देश के राष्ट्रपति ने एक बयान में आशंका जताई है कि मरने वालों की तादात और बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि देश इस वक्त बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है। अभी भी सैंकड़ों लापता हैं। जमीन के नीचे फंसे लोगों को ढूंढने के साथ जिंदगी की तलाश की जा रही है। कई घर मिट्टी और चट्टानों के अंदर धंसे हुए हैं। वहीं, प्रभावित विस्थापितों की संख्या बढ़कर 183,159 हो गई है।
मलावी में चक्रवात तूफान फ्रेडी कहर बनकर टूटा है। चिराडज़ुलु जिले में इस साइक्लोन ने ज्यादा तबाही मचाई है। इस आपदा के शिकार लोगों ने स्कूलों में शरण ले ली है। चक्रवात फ्रेडी ने इन लोगों के घरों को जमींदोज कर दिया है। उधर, दूसरी ओर राहत बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। बचावकर्ता जमीन के अंदर जिंदगी की तलाश कर रहे हैं। हालांकि बचने की संभावना काफी जताई जा रही है। मलावी के राष्ट्रपति लाजर चकवेरा ने एक बयान में कहा कि कल तक मरने वालों की संख्या 225 थी, जो आज बढ़कर 326 हो गई है। हालांकि हमने हार नहीं मानी है और बचावकर्ताओं को जिंदगी की तलाश जारी रखने को कहा है।
मोर्चे पर सेना और पुलिस तैनात
उन्होंने आगे कहा, “विस्थापित लोगों की संख्या दोगुनी से अधिक बढ़कर 183,159 हो गई है। वहीं, विस्थापित परिवारों की संख्या अब 40,702 हो गई है।” चकवेरा ने वैश्विक सहायता के लिए अपनी अपील को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ के प्रकोप के बावजूद बचावकर्ताओं ने अपना राहत बचाव अभियान जारी रखा हुआ है। बचे लोगों के लिए 300 से अधिक आपातकालीन आश्रय स्थल बनाए गए हैं। जबकि संकट से निपटने के लिए सेना और पुलिस को तैनात किया गया है।
सात दिन का आपातकाल, दुनिया से मांगी मदद
राष्ट्रपति चकवेरा ने देश में दो हफ्ते का राष्ट्रीय शोक और आपातकाल घोषित किया गया है। चकवेरा ने कहा, “चक्रवात ने संपत्ति, घरों, फसलों और बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है। चक्रवात की भेंट चढ़ने वाली संपदा में वे पुल भी शामिल हैं, जिनसे पीड़ितों को मदद की जा सकती थी। हालांकि हमने हार नहीं मानी है और अपना राहत बचाव कार्य जारी रखा है।
गौरतलब है कि चक्रवात तूफान फ्रेडी ने सबसे पहले फरवरी के अंत में दक्षिणी अफ्रीका के की देशों में तबाही मचाई थी। जिसमें मेडागास्कर और मोज़ाम्बिक शामिल है। इसके बाद इस साइक्लोन ने मलावी में अपना कहर बरपाया है।