इस चाणक्य नीति से मुश्किल काम में जल्द मिलेगी सफलता…
आचार्य चाणक्य ने अपने जीवनकाल में कई आदर्श स्थापित किए और उनके जीवन आदर्श आज सदियों बाद भी लोगों के लिए मार्गदर्शक बने हुए हैं और यही कारण है कि चाणक्य नीति अपनाकर लोग जीवन में सफलता पाना चाहते हैं। ऐसे में आचार्य चाणक्य ने कुत्ते से भी सीख लेने के लिए कहा है। आचार्य चाणक्य ने कहा है कि यदि आप किसी मुश्किल काम में फंस गए हैं तो ऐसे विकट समय में कुत्ते से कुछ बातें सीख सकते हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में बताया है कि मनुष्य अपने आस-पास मौजूद चीजों से भी बहुत कुछ सीख सकता है। प्रकृति, पेड़-पौधे, नदी, पक्षी और यहां तक कि पशु भी विपरीत परिस्थितियों का सामना किस प्रकार करते हैं, यही उनसे सीखा जा सकता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार कुत्ते से भी आप भी इस बातों को सीख सकते हैं –
हमेशा संतुष्ट रहने का प्रयास करें
आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में बताया है कि कुत्ते में मौजूद संतुष्ट भाव इंसानों में भी होना चाहिए। कुत्ते को भूख के समय जो मिल जाए, वह उसी से संतुष्ट हो जाता है। किसी भी चीज को ज्यादा पाने की चाह कुत्ते में नहीं रहती है। यही आदत इंसानों को भी अपनाना चाहिए। किसी भी चीज की ज्यादा लालच होने पर जीवन में अशांति भी आती है।
नींद कुत्तों की तरह होना चाहिए
हमारे बुजुर्ग भी हमेशा कहते हैं कि नींद हमेशा कुत्तों की तरह होना चाहिए। कुत्ता हमेशा हल्की सी आहट से तुरंत सतर्क हो जाता है और जाग जाता है। चाणक्य नीति के अनुसार कुत्ते के समान नींद होने पर आप हमेशा सतर्क रहेंगे और सुरक्षित भी रहेंगे।
वफादार और निष्ठावान
कुत्ता काफी वफादार जानवर होता है। आचार्य चाणक्य का कहना है कि मनुष्य को भी कुत्ते से वफादार और निष्ठावान बनने के गुण सीखने चाहिए। यदि व्यक्ति अपने जीवन में निष्ठावान रहेंगे तो हर काम में जल्द सफलता मिलेगी और लोग उनपर जल्द भरोसा भी करेंगे।
कुत्ते में निडरता का गुण
कुत्ता एक निडर जानवर है और अपने मालिक के लिए किसी भी लड़ सकता है। मालिक की सुरक्षा के लिए कुत्ता निडर हर मुसीबत का डटकर मुकाबला करता है। मनुष्य को भी किसी भी कुत्ते से यह गुण जरूर सीखना चाहिए और हर मुसीबत का डटकर सामना करना चाहिए।